जशपुर: जशपुर जिले में जनजातीय सुरक्षा मंच के द्वारा लगातार डीलिस्टिंग की मांग की जा रही है, जिसे लेकर आज ईसाईयों ने पत्थलगांव में विशाल रैली निकालकर विरोध प्रदर्शन किया. साथ ही जनजातीय सुरक्षा मंच द्वारा की जा रही डीलिस्टिंग की मांग को रद्द करने के लिए राष्ट्रपति के नाम एसडीएम को ज्ञापन (Christian community protested against delisting in Jashpur) सौंपा.
आरक्षण से न किया जाए वंचित: दरअसल, जनजातीय सुरक्षा मंच द्वारा लगातार सभाओं का आयोजन कर डी लिस्टिंग की मांग की जा रही है. ताकि धर्मान्तरित ईसाइयों को आदिवासी आरक्षण का लाभ न मिल सके. जिसके विरोध में ईसाई समुदाय के द्वारा यह मांग की जा रहा है कि संविधान के नियमानुसार 1950 में निहित प्रावधान अनुसूचित जनजाति के नियमों में संशोधन हेतु डीलिस्टिंग की. जो मांग जनजातीय सुरक्षा मंच द्वारा की जा रही है. उसे रद्द किया जाए और उन्हें जो आरक्षण का लाभ ईसाई समुदाय में होने से मिल रहा है. उससे उन्हें वंचित न किया जाए.
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आरएसएस की चाल: वहीं, जनजातीय सुरक्षा मंच के इस मांग को रद्द करने को ईसाई समुदाय द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. उनका कहना है कि जशपुर जिला पांचवी अनुसूची क्षेत्र में आता है. जिसके कारण जिले में आदिवासी समुदाय को प्रतिनिधित्व समेत कई चीजों का लाभ मिलता है. लेकिन अगर डी लिस्टिंग होती है तो फिर उन्हें इसका लाभ नहीं मिल पायेगा. ईसाई समुदाय के लोगों ने इसे RSS की चाल बताया है. उनका कहना है कि RSS आदिवासियों को आपस मे लड़ाना चाहता है... आदिवासियों के आरक्षण को समाप्त करना चाहता है.