जशपुर: भारतीय जनता पार्टी ने जशपुर जिले के तीन विधानसभा क्षेत्रों में जशपुर से रायमुनि भगत, कुनकुरी से पूर्व केन्द्रीय मंत्री विष्णुदेव साय और पत्थलगांव विधानसभा क्षेत्र से रायगढ़ लोकसभा सांसद गोमती साय पर विश्वास जताया है. जशपुर जिले में भाजपा ने पहली बार दो महिला प्रत्याशियों को चुनावी मैदान में उतारा है. रायमुनि भगत और गोमती साय पहली बार विधानसभा चुनाव में अपना भाग्य आजमा रही है.
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भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व, प्रदेश नेतृत्व, समस्त जनप्रतिनिधियों, मेरे प्रिय कार्यकर्ता बंधुओं का इस विश्वास के प्रति हृदय से आभार।
— Gomati sai (@Gomati_sai) October 9, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
आप सभी के स्नेह,सहयोग और आशीर्वाद से विकास को निरंतरता प्रदान करने वाली विजय और जन आशीर्वाद निश्चित रूप से हम मिलकर प्राप्त करेंगे।
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आप सभी के स्नेह,सहयोग और आशीर्वाद से विकास को निरंतरता प्रदान करने वाली विजय और जन आशीर्वाद निश्चित रूप से हम मिलकर प्राप्त करेंगे।भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व, प्रदेश नेतृत्व, समस्त जनप्रतिनिधियों, मेरे प्रिय कार्यकर्ता बंधुओं का इस विश्वास के प्रति हृदय से आभार।
— Gomati sai (@Gomati_sai) October 9, 2023
आप सभी के स्नेह,सहयोग और आशीर्वाद से विकास को निरंतरता प्रदान करने वाली विजय और जन आशीर्वाद निश्चित रूप से हम मिलकर प्राप्त करेंगे।
जशपुर और पत्थलगांव में महिला प्रत्याशी: 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को पत्थलगांव से सबसे ज्यादा लगभग 35 हजार वोट से हार का सामना करना पड़ा था. वोट के इस बड़े अंतराल को पाटना भाजपा और सांसद गोमती साय के लिए बड़ी चुनौती हो सकती है. जशपुर विधानसभा से भाजपा 35 साल बाद पहली बार 8 हजार मतों से कांग्रेस के हाथों शिकस्त खाई थी. ऐसे में इन दोनों ही विधानसभा क्षेत्रों में महिला प्रत्याशियों को मैदान में उतारे जाने को पार्टी का बड़ा दांव माना जा रहा है. कुनकुरी विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी बनाए गए विष्णुदेव साय को लोकसभा और विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने का लंबा अनुभव रहा है. साय तीन बार रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुके है और दो बार पत्थलगांव विधानसभा क्षेत्र से भाग्य आजमाया है हालांकि दोनों ही बार कांग्रेस के रामपुकार सिंह के हाथों उन्हें पराजय का सामना करना पड़ा था.
रायगढ़ सांसद को पत्थलगांव से टिकट: गोमती साय ने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत 2005 में जिला पंचायत अध्यक्ष के रूप में की थी. 2010 में बीडीसी और 2015 में पुनः जिला पंचायत सदस्य का चुनाव जीत कर जिला पंचायत अध्यक्ष बनी. 2019 के आम चुनाव में पार्टी ने इन्हें रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र से चुनावी मैदान में उतारा था.
कुनकुरी से चुनाव लड़ेंगे साय: पत्थलगांव से सांसद रहते हुए विष्णुदेव साय भी विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं. विष्णुदेव साय ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत 1989 में ग्राम पंचायत बगिया के पंच के रूप में की थी. 1990 में उन्होनें पहली बार जिले के तपकरा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा और जीतकर अविभाजित मध्यप्रदेश में विधायक बने. 1999 में 2014 तक लगातार तीन बार रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र से सांसद निर्वाचित हुए. 2014 में नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाले केन्द्र सरकार में इन्हें केन्द्रीय इस्पात राज्य मंत्री का उत्तरदायित्व दिया गया था. साय को संगठन में काम करने का भी लंबा अनुभव है. पार्टी ने उन्हें 2006 और 2020 में दो बार प्रदेश अध्यक्ष का दायित्व सौंपा. वर्तमान में विष्णुदेव साय भाजपा के राष्ट्रीय कार्य समिति के विशेष आमंत्रित सदस्य हैं.
जशपुर से रायमुनि भगत को टिकट: जिला पंचायत जशपुर की अध्यक्ष रायमुनि भगत ने अपनी राजनीतिक यात्रा की शुरुआत 1994 में नगरपालिका जशपुर की मनोनित पार्षद के रूप में की थी. 2005 में उन्होनें जिला पंचायत सदस्य के लिए पहली बार चुनाव का सामना किया और जीत कर जिला पंचायत की अध्यक्ष बनी. इसी साल पार्टी ने रायमुनि भगत को महिला मोर्चा के जिलाध्यक्ष की जिम्मेदारी भी दी. वर्तमान में रायमुनि भगत जिला पंचायत अध्यक्ष के रूप में तीसरी बारी खेल रही हैं. इसके साथ ही 2016 से 18 तक राज्य महिला आयोग की सदस्य भी रह चुकी है. 2018 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले जिले के नारायणपुर और बगीचा थाना क्षेत्र में हुए पत्थलगड़ी अभियान के दौरान रायमुनि भगत उस समय चर्चा में आई जब उन्होनें,इसका विरोध करते हुए पत्थलगड़ी समर्थकों द्वारा गाड़े गए पत्थर को उखाड़ फेंका था. पत्थलगड़ी अभियान इस समय अपने चरम पर था. समर्थकों ने कई गांवों की नाकाबंदी कर प्रशासनिक अधिकारियों और पुलिसकर्मियों के प्रवेश को भी प्रतिबंधित कर दिया था. पत्थर को उखाड़ते हुए रायमुनि भगत की तस्वीरों ने मिडिया में जमकर सुर्खियां बटोरी थी.