जशपुर: कलेक्टर ने बीते पांच सालों में आदिवासी वर्ग के लोगों द्वारा अपने ही समुदाय के लोगों को बेची गई भूमि की मौके पर जाकर जांच पड़ताल करने के आदेश दिए हैं. उन्होंने राजस्व अधिकारी को मामले की गंभीरता से जांच कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं साथ ही गड़बड़ी पाए जाने पर घारा 170 ख के तहत कार्रवाई करने की बात कही है.
170 ख के तहत होगी कार्रवाई
कलेक्टर निलेश कुमार महादेव क्षीरसागर ने बताया कि जिले में आदिवासियों की भूमि की खरीदी बिक्री के मामले में गड़बड़ी की शिकायतें लगातार मिल रही हैं. आदिवासी किसान की भूमि को उनके नाम पर खरीदा और बेचा जा रहा है. कलेक्टर ने मामले को गंभीरता से लेते हुए अधिकारियों को मामले की जांच कर रिपोर्ट देने को कहा है. उन्होंने कहा कि आदिवासियों की जमीन के हेराफेरी के मामले में किसी को भी किसी तरह की छुट नहीं दी जाएगी और सभी दोषियों के खिलाफ 170 ख के तहत कार्रवाई जाएगी.
अधिकतर भूमि आदिवासियों की
बता दें कि आदिवासी जिला होने के कारण क्षेत्र में अधिकतर भूमि आदिवासियों की है. इस कारण आदिवासियों की जमीन की खरीदी बिक्री आदिवासी के नाम पर ही होती है, लेकिन जमीन खरीदने वाला कोई सक्षम व्यक्ति होता है, जो रजिस्ट्री की प्रक्रिया पूरी होने के बाद उस भूमि का उपयोग करता है. इस अवैधानिक कारनामे पर पर्दा डालने के लिए रसूखदार किराएनामे का दिखावटी अनुबंध बनाकर अपने पास रखते हैं.