जांजगीर-चांपा: KSK महानदी पावर कंपनी के कर्मचारियों की हड़ताल और तेज होती जा रही है. प्रबंधन से त्रिपक्षीय वार्ता विफल होने के बाद कर्मचारियों के आंदोलन का उग्र रूप देखा जा रहा है. पहले कर्मचारियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की फिर अब सभी कर्मचारी भूख हड़ताल पर चले गए हैं.
लगातार 1 महीने से कंपनी प्रबंधन और भूस्थापित श्रमिकों के बीच विवाद जारी हैं. कर्मचारी 17 हजार रुपये वेतनमान नहीं मिलने, भूस्थापित और ठेका मजदूरों को प्लांट में काम नहीं देने से नाराज हैं. और इसी वजह से उन्होंने कंपनी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. कर्मचारियों की हड़ताल को छत्तीसगढ़ पावर मजदूर संघ ने भी समर्थन दिया है.
आमरण-अनशन और आत्मदाह की दी चेतावनी
छत्तीसगढ़ पावर मजदूर संघ के महामंत्री शेर सिंह राय ने कहा कि, 'हम तीन दिन के क्रमिक भूख हड़ताल पर बैठे हैं और हमारी मांगें पूरी नहीं होने पर आमरण अनशन भी किया जाएगा, जिला प्रशासन और कंपनी प्रबंधन मजदूरों की रोजी-रोटी छीन रहा है. अगर मांगें पूरी नहीं की जाती है तो हम आत्मदाह भी करेंगे.'
पढ़ें- त्रिपक्षीय बैठक में नहीं पहुंचा KSK पावर प्लांट प्रबंधन, कर्मचारियों का अनिश्चितकालीन धरना शुरू
वार्ता विफल होने पर तेज हुई हड़ताल
एक महीने पहले से यहां कर्मचारियों और कंपनी प्रबंधन के बीच टकराव जारी है. कर्मचारी अपनी मांगों पर अड़ा है तो कंपनी प्रबंधन इसे मानने को तैयार नहीं. इसलिए अनिश्चितकालीन हड़ताल के बाद अब कर्मचारियों ने भूख हड़ताल शुरू कर दी है.