जांजगीर-चांपा: चन्द्रपुर विधानसभा क्षेत्र के मालखरौदा ब्लॉक के अंडा गांव के राशन दुकान संचालक पर ग्रामीणों ने राशन वितरण में गड़बड़ी करने का आरोप लगाया है. मामला जांजगीर-चांपा जिले के मालखरौदा ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले अंडा ग्राम पंचायत का है. जहां पर ग्रामीणों ने जय मां समलाई स्व सहायता समूह के ऊपर यह आरोप लगाया है कि वहां पर महिला समूह की ओर से कार्डधारी हितग्राहियों की अनुपस्थिति में भी चावल निकालकर गबन कर लिया जाता है.
ग्रामीणों का कहना है की अंडा और अंडी गांव में 17 लोग 8 महीने या उससे भी अधिक समय से बाहर मजदूरी करने गए हैं, या फिर जो गरीब परिवार बाहर कमाने के लिए गांव से पलायन कर चुके है उनका राशन संचालक खुद निकालकर गबन कर रहा है. ग्रामीणों का आरोप है कि राशन दुकान के संचालक कई महीनों से शक्कर, मिट्टी तेल, चावल और नमक को मूल्य से अधिक दर पर बेच रहा है. इसके तहत मिट्टी तेल 40 से 48 रुपए ज्यादा मूल्य और शक्कर को 20 ज्यादा दर से बेचा जा रहा है.
ग्रामीणों का आरोप
ग्रामीणों का आरोप है कि गांव के कई लोग जिसकी मौत हो गई है उन व्यक्तियों का राशन भी संचालक निकाल कर डकार जाता है. इसका पता तब चला जब सरपंच ने जांजगीर से वितरण सूची निकाली. वितरण सूची में पाया गया कि गरीब परिवार के लोग जो गांव से बाहर पलायन कर गए हैं उनका चावल भी निकाला जा रहा है. इनके विषय मे ग्रामीणों ने गांव के सरपंच से शिकायत की, जिसके बाद फिर ग्राम पंचायत अंडा के सरपंच ने 24 अप्रैल को लिखित शिकायत अनुविभागीय अधिकारी से किया . शिकायत को गंभीरता से लेते हुए SDM ने तत्काल जांच टीम गठित कर जांच के लिए मालखरौदा के खाद्य अधिकारी को 25 अप्रैल को भेजा. जहां जांच अधिकारी ने ग्रामीणों का बयान दर्ज किया है, जिसकी रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को सौंप दी गई है.
बता दें कि छत्तीसगढ़ सरकार के आदेश अनुसार गरीबों को राहत देते के लिए दो महीने यानी अप्रैल और मई महीने का चावल निशुल्क दिया गया है. वहीं जून महीने का राशन भी सरकार की ओर से फिर निशुल्क दिया जाना है.