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शिक्षक को मिलने वाले राज्यपाल पुरस्कार पर जांजगीर-चांपा की शिक्षिका ने दागे सवाल

शिक्षिका अर्चना शर्मा ने जिला शिक्षा कार्यालय के चयन प्रक्रिया पर सवाल उठाया है.

राज्यपाल पुरस्कार पर जांजगीर-चांपा की शिक्षिका ने दागे सवाल
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Published : Sep 2, 2019, 12:01 AM IST

जांजगीर-चांपा : राज्य स्तर पर उत्कृष्ट शिक्षक को दिये जाने वाले राज्यपाल पुरस्कार में जिला शिक्षा विभाग की लापरवाही और मनमानी करने का आरोप लगाने वाली एक शिक्षिका सामने आयी है. शिक्षिका ने जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर शिक्षकों के चयन को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं.

राज्यपाल पुरस्कार पर जांजगीर-चांपा की शिक्षिका ने दागे सवाल

आरोप लगाने वाली शिक्षिका अर्चना शर्मा अकलतरा ब्लॉक प्राथमिक शाला खिसोरा मे पदस्थ हैं. साथ ही जिले से इस पुरस्कार के लिए आवेदन करने वाली शिक्षकों में से एक है. शिक्षिका ने जिला शिक्षा कार्यालय के चयन प्रक्रिया पर सवाल उठाया है.
ये हैं आरोप-

⦁ राज्यपाल पुरस्कार आवेदन की फाइल एक ऐसे जूनियर क्लर्क को सौंप दी गई, जिसके खुद का रिश्तेदार पुरस्कार की दौड़ में शामिल है.

⦁ राज्यपाल पुरस्कार की दौड़ में नीयत तिथि तक केवल तीन नाम थे. जब रायपुर में फाइल जमा की गई तब चार उम्मीद्वार कैसे शामिल किये गये.
⦁ आवेदकों की फाइल लोक शिक्षा संचनालय में 14 तारिख तक पहुंचानी थी. आखरी तारीख तक कार्यालय में क्यों रोका गया. अंतिम तारिख के बाद फाइल क्यों जमा किये गये.
⦁ समिति गठित कर 4 में से 3 आवेदकों के नाम लोक शिक्षा संचनालय भेजने थे, तो ऐसा क्यों नही किया गया.
⦁ जिला शिक्षा कार्यालय से असम्बधित व्यक्ति ने फाइल लोक शिक्षा संचनालय में जमा किया. ऐसे व्यक्ति को इतनी महत्वपूर्ण पुरस्कार के आवेदकों की फाइल क्यों दी गई.
⦁ असम्बधित व्यक्ति एक आवेदक का रिश्तेदार है. उसने 4 फाइलों में से 2 फाइलों को ही लोक शिक्षा संचनालय में जमा किया, तो इसका जिम्मेदार कौन है.

जांजगीर-चांपा : राज्य स्तर पर उत्कृष्ट शिक्षक को दिये जाने वाले राज्यपाल पुरस्कार में जिला शिक्षा विभाग की लापरवाही और मनमानी करने का आरोप लगाने वाली एक शिक्षिका सामने आयी है. शिक्षिका ने जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर शिक्षकों के चयन को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं.

राज्यपाल पुरस्कार पर जांजगीर-चांपा की शिक्षिका ने दागे सवाल

आरोप लगाने वाली शिक्षिका अर्चना शर्मा अकलतरा ब्लॉक प्राथमिक शाला खिसोरा मे पदस्थ हैं. साथ ही जिले से इस पुरस्कार के लिए आवेदन करने वाली शिक्षकों में से एक है. शिक्षिका ने जिला शिक्षा कार्यालय के चयन प्रक्रिया पर सवाल उठाया है.
ये हैं आरोप-

⦁ राज्यपाल पुरस्कार आवेदन की फाइल एक ऐसे जूनियर क्लर्क को सौंप दी गई, जिसके खुद का रिश्तेदार पुरस्कार की दौड़ में शामिल है.

⦁ राज्यपाल पुरस्कार की दौड़ में नीयत तिथि तक केवल तीन नाम थे. जब रायपुर में फाइल जमा की गई तब चार उम्मीद्वार कैसे शामिल किये गये.
⦁ आवेदकों की फाइल लोक शिक्षा संचनालय में 14 तारिख तक पहुंचानी थी. आखरी तारीख तक कार्यालय में क्यों रोका गया. अंतिम तारिख के बाद फाइल क्यों जमा किये गये.
⦁ समिति गठित कर 4 में से 3 आवेदकों के नाम लोक शिक्षा संचनालय भेजने थे, तो ऐसा क्यों नही किया गया.
⦁ जिला शिक्षा कार्यालय से असम्बधित व्यक्ति ने फाइल लोक शिक्षा संचनालय में जमा किया. ऐसे व्यक्ति को इतनी महत्वपूर्ण पुरस्कार के आवेदकों की फाइल क्यों दी गई.
⦁ असम्बधित व्यक्ति एक आवेदक का रिश्तेदार है. उसने 4 फाइलों में से 2 फाइलों को ही लोक शिक्षा संचनालय में जमा किया, तो इसका जिम्मेदार कौन है.

Intro:
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0राज्यपाल पुरस्कार के लिए शिक्षक चयन प्रक्रिया पर बड़ा सवाल
0शिक्षिका ने डीईओ कार्यालय पर लेने देने कर नाम आगे बढ़ाने का लगाया आरोप
0 कार्य के आधार पर नहीं मनमानी कर आवार्ड के लिए शासन को भेजा जाता है शिक्षकों के नाम

इंट्रों- जांजगीर-चांपा जिले की एक शिक्षिका ने राज्य स्तर पर उत्कृठ शिक्षक को दिये जाने वाले राज्य पाल पुरस्कार पर सवालिया निशान लगाया है शिक्षिका ने शिक्षकों के चयन को लेकर गंभीर आरोप जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर मढ़े हैं। आरोप लगाने वाली शिक्षा अर्चना शर्मा अकलतरा ब्लाक प्राथमिक शाला खिसोरा मे पदस्थ हैं।
Body:दरअसल जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय से राज्यपाल पुरस्कार आवेदन की फाईल एक ऐसे जुनियर क्लर्क को सौंप दी जिसका खुद का रिश्तेदार पुरस्कार की दौड़ मे शामिल है इस मामले मे शिक्षिका अर्चना शर्मा ने गंभीर आरोप लगाते हुए जिला शिक्षा अधिकारी और उनके अधिनस्थों को जिम्मदार ठहराया है। शिशिका का अरोप है कि राज्यपाल पुरस्कार की दौड़ मे नीयत तिथि तक केवल तीन नाम थे मगर जब रायपुर मेे फाइल जमा की गई तब चार उम्मीद्वार शामिल किये गये। जो कि विभाग मे चल रहे गड़बड़ी का जीता जागता उदाहरण है। इस मामले मे पर जब जिला शिक्षा अधिकारी से सवाल किया गया तब वो मामले की लीपापोती मे लगे रहे।
बाईट-1 अर्चना शर्मा शिक्षिका
बाईट-2 के एस तोमर जिला शिक्षा अधिकारी जांजगीर-चांपा
इस पूरे मे मामले मे बड़ा सवाल यह उठता है कि क्या राज्यपाल शिक्षक पुरस्कार पर आम जनता ऐसे आरोपों के बाद क्या राय बनाएगी?
वहीं इन भेदभाव के बीच यह सवाल ऐसे शिक्षकों के मन भी उठेगा जो स्कूल मे जी-तोड़ मेहनत कर बच्चों को पढ़ाते हैं?

मोबाईल नंबर- 7724002005 अर्चना शर्मा आरोप लगाने वाली शिक्षिका
9826623916 के एस तोमर जिला शिक्षा अधिकारी जांजगीर-चांपा
Conclusion:
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