जांजगीर- चांपा: कहते हैं यदि आप सर्वश्रेष्ठ से कुछ भी कम स्वीकार करने से इंकार करते हैं, तो अक्सर आप उसे प्राप्त कर ही लेते हैं. ऐसी ही कहानी है जांजगीर-चांपा जिले के एक बेटी अंजनी की, जिसने तमाम परेशानियों को पटखनी देते हुए विश्व पटल पर अपनी छाप छोड़ी है. अंजनी दिव्यांग होने के बावजूद 11:46 घंटे में अमेरिका के कैटलिना चैनल को पार कर नया कीर्तिमान रचा है.
अंजनी पटेल अमेरिका के लॉस एंजेलिस की कैटलिना चैनल को पार करने वाली एशिया की पहली पैरा स्वीमर बन गई है. अंजनी अपने पांच अन्य दिव्यांग साथियों के साथ 35 किमी लंबे चैनल को 11 घंटे 46 मिनट 56 सेकंड में पार किया है.
इससे पहले भी अंजनी अंतरराष्ट्रीय पैरालंपिक स्वीमिंग प्रतियोगिता के फाइनल राउंड तक पहुंची चुकी है. हालांकि उस प्रतियोगिता में अंजनी आठवें स्थान पर रही थीं, लेकिन लगातार कोशिशों के बाद अंजनी ने लॉस एंजेलिस में भारत का झंडा फहराकर देश के साथ अपने मां-बाप का भी नाम रौशन किया है. अंजनी के इस सफलता से जांजगीर चांपा के लोग खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं.
11:46 घंटे में पार किया कैटलीना चैनल
टीम दिल्ली से 6 अगस्त को अमेरिका के लॉस एंजेलिस पहुंची थी. इसके बाद 8 से 17 अगस्त तक सभी ने अभ्यास किया और 18 अगस्त को रात 11 बजे से तैरना शुरू कर 11:46:56 मिनट में कैटलीना चैनल को पार कर लिया.
मछलियों से डरती थी अंजनी
अंजली जब अपने घर वापस लौटी तो पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि वह पहले कैटलिना चैनल को पार करने के लिए मना कर दी थी क्योंकि अंजनी को मछलियों से बहुत डर लगता था. इसके अलावा अंजली के पास अमेरिका के लॉस एंजेलिस जाने के लिए पैसे भी नहीं थे.
कैटलिना चैनल में तैरने का था सपना
अंजनी के पिता बस ड्राइवर हैं. घर की अर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है. इसके बावजूद अंजनी का हौसला कभी कम नहीं हुआ. अंजनी के रिश्तेदारों से उसके पिता ने साढ़े तीन लाख रुपये उधार लिए क्योंकि कैटलिना चैनल में तैरने का अंजनी का बचपन से सपना था. बाद में अंजनी के इस सपने को पूरा करने में लोगों ने भी खूब साथ दिया.