जांजगीर-चांपा: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में बन रहे राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के लिए कई धर्मस्थलों से मिट्टी जा रही है. छत्तीसगढ़ का काशी कहे जाने वाले खरौद के शबरी मंदिर की मिट्टी भी राम जन्मभूमि के निर्माण के लिए भेजी जाएगी. इस अवसर पर स्थानीय लोगों ने पूजा-अर्चना कर मिट्टी इकट्ठा करने का काम किया.
बता दें कि छत्तीसगढ़ में कई धर्मस्थल मौजूद हैं. ऐसा ही एक मंदिर शबरी माता का भी है. कहा जाता है कि जब श्री राम प्रभु सीता माता की खोज में अपने अनुज लक्ष्मण के साथ निकले थे, तो यहीं खरौद में माता शबरी से मुलाकात हुई थी. यह पुण्य धाम खरौद और शिवरीनारायण के बीच में मौजूद है. कहा जाता है कि यहां प्राचीन शबरी मंदिर स्थित है और माता शबरी के वंशज सबर जाति के लोग बड़ी संख्या में यहां निवास करते हैं. ऐसे समय में जब माता शबरी के प्रभु श्री राम के मंदिर का निर्माण शुरू हो गया है, तो स्थानीय लोगों ने माता शबरी मंदिर से मिट्टी इकट्ठा कर राम जन्मभूमि अयोध्या भेजने की तैयारी की है.
शबरी और लक्ष्मणेश्वर मंदिर की मिट्टी भेजी गई
सावन के आखिरी सोमवार को स्थानीय लोगों ने शबरी और लक्ष्मणेश्वर मंदिर से मिट्टी निकाली, जिसे अयोध्या भेजने की तैयारी है. मिट्टी इकट्ठी करने के लिए नगर पंचायत के अध्यक्ष कांति केशरवानी, पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष सुबोध शुक्ला ने जानकारी देते हुए कहा कि यह प्राचीन मंदिर भी प्रभु श्रीराम के वनवास से जुड़ी है, इसलिए राम मंदिर निर्माण के लिए यहां की मिट्टी भेजना जरूरी है.
देश के कोने-कोने से भेजा रहा जल और मिट्टी
5 अगस्त को देश ऐतिहासिक घटना का गवाह बनने जा रहा है. अयोध्या में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा राम मंदिर निर्माण के लिए भूमिपूजन भी किया जाएगा. देश के कोने-कोने से मिट्टी और जल भेजा जा रहा है. इसके बाद राम मंदिर निर्माण का काम शुरू हो जाएगा. यह देशवासियों के लिए गौरव का विषय है.