जांजगीर-चांपा: चंद्रपुर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत डभरा क्षेत्र की स्व सहायता समूह की महिलाएं रेडी टू ईट फूड पोषण आहार का निर्माण कर रही हैं. ये महिलाएं, महिला एवं बाल विकास विभाग के गोबरा सेक्टर के अंतर्गत पोषण आहार का निर्माण कर रही हैं. इस समूह में 10 सदस्य हैं.
जय मां गायत्री स्व सहायता समूह का गठन 2013 में किया गया था. इस समूह की महिलाएं हर महीने एक हजार रुपये जमा करते हैं. समूह की महिलाएं आसपास की सामाजिक कार्यों में भी भाग लेती हैं और जरूरतमंद की मदद भी करते हैं. समूह की महिलाएं लगातार स्कूल के मध्यान भोजन और आंगनबाड़ी केंद्र में भोजन का वितरण भी करती हैं. अब महिला एवं बाल विकास विभाग छत्तीसगढ़ शासन के ग्रेडिंग के आधार पर सेक्टर गोबरा के ग्राम फरसवानी, रामभाठा खैरा, लक्ष्मणभाठा, ठनगन, छूईपाली, खोन्धर, गोबरा, तेंदूमुड़ी, कटेकोनी, बड़े तुर्कापाली, छोटे कटेकोनी, हरदीडीह, ठाकुरपाली, सेमराडीह, पुटीडीह, चुराभाठा के सभी 28 आंगनबाड़ी केंद्रों में रेडी टू ईट फूड का वितरण किया जा रहा है. इस काम की जिम्मेदारी जय मां गायत्री सहायता समूह की महिलाएं बखूबी निभा रही हैं.
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गुणवत्ता के साथ बना रहे पोषण आहार
मध्यान्ह भोजन और गर्म भोजन के वितरण का आंगनबाड़ी केंद्रों में बेहतर संचालन को देखते हुए महिला एवं बाल विकास विभाग ने रेडी टू ईट फूड निर्माण की जिम्मेदारी महिला समूह को दी है. तब से इस समूह की महिलाएं सभी संसाधन खरीद कर विभाग के निर्धारित मापदंडों के अनुसार गुणवत्ता के साथ पोषण आहार बना रहे हैं. जो शासन के निर्धारित मापदंडों के अनुसार गर्भवती माताओं, शिशु माताओं, महतारी जतन योजना से और मुख्यमंत्री शिशु शक्ति आहार योजना से आंगनबाड़ी केंद्र के 6 से 3 वर्ष की सामान्य बच्चों के लिए पोषण आहार बनाकर वितरण किया जा रहा है.
सुरक्षा का रखा जा रहा ध्यान
इस बारे में जय मां गायत्री स्व सहायता महिला समूह की अध्यक्ष रामेश्वरी चंद्रा ने बताया कि समूह कोविड-19 महामारी को देखते हुए खाद्य सुरक्षा व्यवस्था के साथ रेडी टू ईट का निर्माण कर रहा है. ये पैकेट घर-घर पहुंचाया जा रहा है.रेडी टू ईट पैकेट बनाकर तत्काल सभी केंद्रों में पहुंचाया जा रहा है. गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. इस संबंध में महिला बाल विकास परियोजना डभरा के सेक्टर प्रभारी सुपरवाइजर भावना नेताम ने कहा कि महिला समूह को रेडी टू ईट फूड पोषाहार बनाने के लिए प्रशिक्षण दिया गया है. साथ ही प्रशिक्षण में किन-किन सामानों किसने मात्रा में डालना है यह सभी नियम बताए गए हैं. जिस आधार पर अब महिला समूह की महिलाएं रेडी टू ईट फूड पोषण आहार बनाकर आंगनबाड़ी केंद्रों में वितरित कर रही हैं. इसकी नियमित मॉनिटरिंग भी की जा रही है.