जांजगीर चांपा: मन में राम नाम की दीप जलाए जांजगीर चांपा जिला का एक नौजवान पैदल ही अयोध्या धाम के लिए निकल पड़ा (Janjgir to Ayodhya paidal yatra ) है. राम मंदिर बनने पर पैदल अयोध्या जाने का संकल्प को पूरा करते हुए सूर्यकांत शर्मा ने अपनी यात्रा शुरू कर दी ( Ram Bhakt set out on foot from Janjgir to Ayodhya) है. इस नौजवान ने अपने साथ माता शबरी (Mata Shabri in Janjgir Champa) ने राम चंद्र जी को जिस दोना में रख कर जूठे बेर खिलाए थे, उस अक्षय वट वृक्ष का पत्ता रखा है.
कितनी है अयोध्या की दूरी : जांजगीर चांपा से अयोध्या की दूरी 12 सौ किलो मीटर की (Ayodhya is twelve hundred kilometers away) है. जांजगीर से अयोध्या जाने के लिए कई संसाधन भी है. लेकिन सूर्य प्रकाश शर्मा अपनी मनोकामना पूरी होने पर राम जी के मंदिर में माथा टेकने पैदल ही निकल गया है. सूर्य प्रकाश ने बताया कि वो एक दिन में 25 किलोमीटर की यात्रा करेंगे और जहां भी रात्रि विश्राम के लिए शरण मिलेगा. वहां रुक कर भोजन प्रसाद ग्रहण करेंगे.दूसरे दिन फिर से यात्रा की शुरुआत करेंगे.
क्यों कर रहे हैं यात्रा : सूर्यप्रकाश शर्मा भगवान राम पर विश्वास करते है. उनका मानना है कि जो सब के नैया पार करते है. उसी राम की कृपा से पैदल अयोध्या जाने का संकल्प पूरा होगा. सूर्य प्रकाश ने अपने साथ शिवरीनारायण मंदिर (Shivrinarayan Temple) के सामने लगे अक्षय वट वृक्ष की डगाल और पत्तियों को रखा है. जिस वट वृक्ष की हर पत्ती का आकार दोना के समान मुड़ा हुआ है. मान्यता के अनुसार इसी दोना में माता शबरी ने भगवान राम को अपने जूठे बेर खिलाए थे. शबरी माता का राम के प्रति प्रेम, आस्था ,विश्वास था. वही भावना लेकर सूर्य प्रकाश के मन में है.
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कब पूरी होगी यात्रा : राम के नाम लेकर शुरू की गई 12 सौ किलो मीटर की यात्रा को ढाई से 3 माह में पूरा होने की संभावना है. सूर्य प्रकाश ने अपनी इस यात्रा के दौरान पड़ने वाले मंदिरों में प्रदेश की खुशहाली और देश की एकता ,शांति और समृद्धि के लिए कामना करने की बात की है.