जांजगीर-चांपा: जिले में धान खरीदी बंद होने के बाद भी धान खरीदी केंद्रों में अभी तक धान का उठाव चल रहा है, जिससे रुक-रुककर हो रही बारिश से धान खराब हो रहे हैं. नियम के मुताबिक 72 घंटे के अंदर धान का उठाव हो जाना चाहिए. लेकिन धान का अभी तक उठाव नहीं हो पाना बर्बादी का कारण बन रहा है.
जिले में रुक-रुक कर हो रही बारिश से धान की बर्बादी हो रही है. इसके बावजूद शासन-प्रशासन की ओर से इस पर खास ध्यान नहीं दिया जा रहा है. ऐसे में ये सवाल उठता है कि खरीदी केंद्र प्रभारी किस तरह नुकसान की भरपाई कर रहे हैं. सरकार को बिना नुकसान दिखाए कैसे धान की पूर्ति हो पाएगी.
ETV भारत ने जब खरीदी केंद्र प्रभारी से बात की तो उन्होंने कहा कि हम बाजार से खरीद कर धान की क्षतिपूर्ति करने की बात कह रहे हैं.