जांजगीर-चांपा: प्रदेश में गर्मी का कहर अपने चरम पर है. तापमान 45 डिग्री के पार हो चुका है. गर्मी से बचने के लिए लोगो को 24 घंटे बिजली की जरूरत है. ऐसे में मीटर दोगुने रफ्तार से चल रहा है. जिले में भी बिजली की खपत 20 फीसदी तक बढ़ गई है. लोड़ बढ़ने का असर ट्रांसफार्मर पर पड़ रहा है. ओवरलोडिंग की वजह से ट्रांसफार्मर जलने की लगातार शिकायतें आ रही है.
अप्रैल और मई महीने में जिले में 78 ट्रांसफार्मर ओवरलोड की वजह से जल चुके हैं. भीषण गर्मी में बिजली बंद होने से लोगों को एक पल रहना मुश्किल हो रहा है. लॉकडाउन के चलते वैसे भी लोग पूरा समय घरों में ही बिता रहे हैं. गर्मी से बचने के लिए 24 घंटे कूलर, पंखें और एसी का इस्तमाल हो रहा है. इससे तपती धूप से जहां राहत मिल गई है वहीं बिजली का मीटर भी तेज रफ्तार से घूम रहा है.
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खपत के कारण बढ़ रहा लोड
बिजली की खपत बढ़ने से बिजली आपूर्ति व्यवस्था प्रभावित हो रही है. हर साल गर्मी में बिजली की खपत बढ़ जाती है. जैसे-जैसे खपत बढ़ती जा रही है वैसे-वैसे ट्रांसफार्मर पर भी लोड बढ़ता जा रहा है. पिछले साल की बात करें तो अप्रैल और मई में 73 ट्रांसफार्मर खराब हुए थे.
हुकिंग भी है ओवरलोड का बड़ा कारण
हुकिंग करने के बाद ट्रांसफार्मर ओवरलोड हो जाता है. जिससे ट्रांसफार्मर जलने लगता है. क्षेत्र में उपभोक्ताओं के संख्या के मुताबिक ट्रांसफॉर्मर लगाए जाते हैं. लेकिन अधिकतर गांव में लोग हुकिंग कर बिजली का उपयोग करते हैं. जिसके कारण ओवरलोड होकर ट्रांसफार्मर जलने लगता है. बिजली विभाग के अधिकारियों का कहना है कि गांव में हुकिंग करने वालों पर कारवाई की जाती है. लेकिन लॉकडाउन के चलते कारवाई की प्रक्रिया फिलहाल बंद है.