जांजगीर चांपा: जिले के बिर्रा थाना क्षेत्र के सिलादेही गांव के वृद्धा खिख बाई जो कि जीवित हैं, लेकिन इनको मृत बताकर मुआवजा की राशि हड़पने का मामला सामने आया है. गांव के तत्कालीन सरपंच, कोटवार और जनपद सदस्य के साथ 8 लोगों ने मिल कर प्लांट से मुआवजा लेने के लिए जमीन की इकलौती वारिस को कागज में मृत घोषित कर दिया. उसके बाद खुद उस जमीन का वारिस बन कर 11 लाख का मुआवजा निकाल का आपस में बांट (grabbing compensation amount in Janjgir Champa) लिया.
बिर्रा थाना क्षेत्र के सिलादेही गांव की खीख बाई 72 साल की है. वृद्धा ने जांजगीर एसपी कार्यालय पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई. पीड़ित खीख बाई कहती हैं कि उसके नाम पर सिलादेही में जमीन थी. यह जमीन पावर प्लांट के लिए अधिग्रहित हुई है. जिसका मुआवजा 11 लाख रुपये से ज्यादा स्वीकृत हुआ था.
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8 लोगों पर मुआवजा हड़पने का आरोप
पीड़िता ने गांव के ही 8 लोगों पर शासकीय दस्तावेजों में कूट रचना कर मृत घोषित कर मुआवजा की राशि हड़पने का आरोप लगाया है. इस साजिश में गांव के हुसराम यादव, दौलतराम यादव, गंगाराम के माध्यम से तत्कालीन पटवारी रेशमलाल चंद्रा, भूतपूर्व सरपंच रामखिलावन तिवारी, होरीलाल कलार एवं जनपद सदस्य घनश्याम पटेल, कोटवार आगरदास के शामिल होने का दावा किया गया है. इन 8 लोगों की मिलीभगत से मुआवजे की राशि हड़पी गई है.
पुलिस अधीक्षक ने दिया न्याय का भरोसा
पीड़िता ने बताया कि गांव के लोगों के माध्यम से साल भर पहले जब उसे मुआवजा वितरण की जानकारी मिली. तब से वह भूअर्जन शाखा और अन्य विभागों के चक्कर काट रही है. मगर उसे न्याय नहीं मिला. जिसके बाद वह अब पुलिस अधीक्षक से मिलकर अपने साथ हुए जालसाजी की जानकारी देने आई है. मामले में पुलिस अधीक्षक डॉ अभिषेक पल्लव ने वृद्ध पीड़ित महिला खीखबाई को पूरे प्रकरण के जांच और न्याय का भरोसा दिलाया है.