जांजगीर चांपा: छत्तीसगढ़ के धान किसान बोनस की राशि मिलते ही सहकारी बैंक के बाहर जमा हो गए. इन किसानों के खाते में बोनस की राशि आ चुकी है. कई किसान ऐसे हैं, जिनका खाता कई दिनों से अपडेट नहीं हुआ था, उन खातों में राशि नहीं पहुंची है. ऐसे किसानों को अपने खाते अपडेट कराने को कहा गया है. बैंक एकाउंटर की वजह से किसान परेशान हो रहे हैं.
दो साल का किसानों के खाते में आया बोनस: दरअसल, प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनने के बाद मोदी जी की गारंटी को पूरा करते हुए बीजेपी ने साल 2014-15 और 2015-16 का बोनस जारी कर दिया है. बोनस राशि अपने खाता में देख कर जिले के किसानो में खुशी की लहर देखी गई है. लेकिन अभी भी जिले के 20 प्रतिशत किसान ऐसे हैं, जिनके खाते में अब तक बोनस की राशि नहीं आ पाई है. वहीं, जिन किसानों के खाते में बोनस की राशि आ गई है, उन्हें अपने खाते से राशि निकालने के लिए काफी मशक्क्त करनी पड़ रही है.
"बोनस की राशि आ गई है. वही लेने आए हैं लेकिन लाइन लंबी है. हमारे खाते में राशि आ गई है. हम वहीं निकालने पहुंचे हैं".- किसान
20 फीसद किसानों के खाते में नहीं आई राशि: इधर, जिला सहकारी बैंक के नोडल अधिकारी ने किसानों की समस्या दूर करने के लिए प्रबंधन की ओर से इंतजाम करने का दावा किया गया है. जांजगीर चाम्पा में 53116 किसानों को साल 2014-15 का 92.82 करोड़ रुपये और साल 2015-16 में 56711 किसानों को 97.04 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं. लेकिन अभी भी जिले के 20 फीसद किसान ऐसे हैं, जिनके खाते में अब तक बोनस राशि नहीं आई है.
"राज्य सरकार ने किसानों के खाते में सीधा बोनस की राशि ट्रांसफर किया है. लेकिन कई किसानों के अकाउंट से लेन देन नहीं होने के कारण अकाउंट बंद हो गया है. इसे शुरू करने के लिए किसान पास बुक नंबर, आधार कार्ड और खाता धारकों के निधन होने पर मृत्यु प्रमाण पत्र तहसील ऑफिस में जमा करने के बाद खाता फिर से शुरू किया जाएगा". -आर एल तिवारी, नोडल अधिकारी, जिला सहकारी बैंक
बता दें कि किसानों को तकलीफ न हो इसके लिए 15 हजार नए एटीएम जारी किए गए हैं. सहकारी बैंको में भी किसानों के खाते से पैसा निकालने की सुविधा दी गई है. लेकिन एक साथ अधिक किसान आने के कारण लाइन लम्बी लग गई है.