जांजगीर चांपा: बलौदा विकास खंड के हेडसपुर गांव की पूर्व महिला सरपंच शुक्रवार को आत्मदाह करने कलेक्टर कार्यालय पहुंची. गले में तख्ती और हाथ में डीजल का कैन लिए महिला गांव की कुछ और महिलाओं के साथ कलेक्ट्रेट पहुंची और एसडीएम पर पद से हटाने का आरोप लगाने लगी. पूर्व सरपंच के साथ जिला सरपंच संघ के पदाधिकारी भी पहुंचे और नारेबाजी करने लगे.
क्या है पूरा मामला: पूर्व महिला सरपंच का नाम शांति बाई चौहान है. जो हेडसपुर गांव की सरपंच थी. महिला का आरोप है कि एसडीएम ने उस पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए धारा 40 के तहत पद से हटा दिया है. जबकि उसने किसी तरह का गबन किया ही नहीं. पद से हटाने के बाद शांति बाई कमिश्नर न्यायलय पहुंची, जहां से उसे राहत मिली. कमिश्नर ने पुनः सरपंच को बहाल करने का आदेश अकलतरा एसडीएम को दिया. सरपंच का आरोप है कि दो महीने पहले कमिश्नर ने एसडीएम को उसकी बहाली का आदेश दिया लेकिन एसडीएम इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं.
मुझे बिना वजह के हटाया गया. जो गबन मैंने नहीं किया उसका आरोप लगाकर एसडीएम साहब ने हटा दिया. बेइज्जती की जिंदगी नहीं जीना चाहती- शांति बाई चौहान, पूर्व सरपंच
प्रशासन ने मचा हड़कंप: महिला द्वारा आत्मदाह करने डीजल लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचने की खबर जैसे ही पुलिस और राजस्व विभाग को हुई, पूरी टीम मौके पर पहुंच गई. पुलिस जवानों ने महिला को सुरक्षा घेरे में लिया और डीजल से भरे कैन को अपने कब्जे में लिया.
सरपंच संघ ने दी बड़ी चेतावनी: जिला सरपंच संघ ने पूर्व सरपंच को बहाल करने की मांग और ग्राम पंचायतों से ठेकेदारी प्रथा बंद कर सरपंचों को काम देने की मांग की हैं. सरपंच संघ ने मांग पर कार्रवाई नहीं होने पर बड़े आंदोलन की चेतावनी दी.
एडिशनल कलेक्टर ने कही ये बात: एडिशनल कलेक्टर एसपी वैद्य ने महिला की शिकायत सुनी और समझाइश दी. उन्होंने अकलतरा एसडीएम से चर्चा की और कमिश्नर कार्यालय के आदेश की जांच कर उसका पालन करने का आदेश दिया.