जांजगीर चांपा: जिले की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने बघेल सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. कार्यकर्ताओं ने रविवार को अपनी तीन सूत्रीय मांगों को लेकर जिला कलेक्टर को सीएम के नाम का ज्ञापन सौंपा है. इसके साथ ही कार्यकर्ताओं ने गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष महंत राम सुन्दर दास को भी ज्ञापन सौंपा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने मांगें पूरी न होने पर सरकार को सबक सिखाने की बात कही है.
खुद को ठगा महसूस कर रहीं कार्यकर्ता: दरअसल, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के साथ मिलकर सहायिका लम्बे समय से आंदोलन कर रही है. ये सरकार की ओर से आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को 10 हजार रुपया और सहायिकाओ को 5 हजार रुपया मानदेय देने से खुद को ठगा महसूस कर रही हैं. इसलिए इन महिलाओं ने विरोध किया है. इनका कहना है कि वो भी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की तरह ही काम करती हैं. तो मानदेय में कंजूसी क्यों की जा रही है.
उग्र आंदोलन की दी चेतावनी: इनकी मांग है कि विधानसभा चुनाव से पहले सहायिकाओं का प्रमोशन किया जाए. मानदेय में वृद्धि हो और रिटायरमेंट के समय एकमुश्त 5 लाख रुपया दिया जाए. इन कार्यकर्ताओं ने जिले के कचहरी चौक के सी मार्ट के सामने पंडाल लगा कर अपनी मांगों को लेकर धरना दिया. इसके बाद कलेक्टर को सीएम के नाम का ज्ञापन सौंपा. सहायिकाओं ने कहा है कि "अगर इस बार मांगें पूरी नहीं होती है तो हम राज्य सरकार खिलाफ उग्र आंदोलन करेंगे."
बता दें कि आंगनबाड़ी सहायिकाओं के इस आंदोलन में गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष महंत राम सुन्दर दास भी मौजूद थे. उन्होंने महिलाओं को आश्वासन दिया है कि इनकी मांगें पूरी की जाएगी.