जांजगीर: जिले के चंद्रपुर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत धान संग्रहण केंद्र डभरा में खुले में रखा करोड़ों रुपयों का धान बेमौसम बारिश से भीग गया. सुबह 7 बजे से ही बारिश शुरू हो गई, जिसमें केंद्रों में रखा धान भीग कर बर्बाद हो गया. जबकि शासन ने धान को ढंकने के लिए कवर केप दिया हुआ है. इसके बावजूद भी संग्रहण केंद्रों की लापरवाही के कारण धान का स्टॉक ढका नहीं गया जिससे धान भीग कर बर्बाद हो गया.
दरअसल आसपास के धान खरीदी केन्द्र से धान का उठाव कर संग्रहण केंद्र डभरा में स्टाक कर रखा जाता है, जिससे धान संग्रहण केंद्र में भारी मात्रा में धान रखा हुआ है. सरकार लाखों रुपये संग्रहण केंद्र की देखरेख के लिए खर्च करती हैं. लेकिन शासन की नियमों को ताक पर रखकर धान को खुले में ही छोड़ दिया गया है. सुबह अचानक बारिश शुरू हो जाने से करोड़ों का धान बारिश में भीग गया.
पढ़ें: जांजगीर-चांपा: बारिश की वजह से खुले में रखा धान भीगा
छत्तीसगढ़ में बेसौमस बारिश ने धान खरीदी केंद्रों में परेशानियों को बढ़ा दिया है. बारिश की वजह से केंद्रों में खुले में रखा धान भीग गया. आनन-फानन में खरीदी केंद्रों के मजदूरों ने प्लास्टिक की शीट डालकर धान को भीगने से बचाने की कोशिश की.रुक-रुककर हो रही बारिश से धान खरीदी केंद्रों में खुले आसमान के नीचे रखे धान का काफी नुकसान हुआ है. धान के बोरे को ढकने की समुचित व्यवस्था नहीं होने के कारण बारिश से धान पूरी तरह से भीग गया.