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KSK प्लांट मामला : आधी रात गिरफ्तारी की 'आंच' जेल के बाहर और अंदर भभकी

शुक्रवार की रात को पुलिस ने KSK पॉवर प्लांट के कर्मचारियों को गिरफ्तार किया था, जिसके बाद कर्मचारियों के परिजनों ने जिला जेल के सामने विरोध प्रदर्शन किया.

मजदूरों के परिजनों का जेल के बाहर विरोध प्रदर्शन
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Published : Oct 20, 2019, 8:31 AM IST

Updated : Oct 20, 2019, 10:16 AM IST

जांजगीर-चांपा: KSK महानदी पॉवर प्लांट के खिलाफ चल रहे अनशन को बलपूर्वक खत्म कराना जिला प्रशासन के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है.

कर्मचारियों के परिजनों ने जिला जेल के सामने किया प्रदर्शन

पुलिस की ओर से आधी रात बलपूर्वक धरना प्रदर्शन स्थल से उठाकर लाए गए मजदूरों के परिजनों ने जिला जेल के सामने भूख हड़ताल शुरू कर रहे हैं. प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की जा रही है. वहीं जेल में रखे गए मजदूर भी भूख हड़ताल पर हैं.

आमरण अनशन पर बैठे थे मजदूर
बता दें कि पिछले 38 दिनों से विस्थापित मजदूरों को प्लांट के अंदर जानें नहीं दिया जा रहा था और उनके नेताओं को निलंबित कर दिया गया था, जिसके विरोध में मजदूर आमरण अनशन पर बैठे थे, जिसे बीती रात पुलिस और प्रशासन द्वारा बलपूर्वक खत्म कराया गया था.

अनशन पर रहेंगे परिजन
इस मामले में परिजनों का कहना है कि, 'अपने हक की लड़ाई लड़ रहे उनके परिजनों को जबरदस्ती गिरफ्तार किया गया है. उनके घर के कमाने वालों के जेल जाने के बाद अब उनके सामने कोई चारा नहीं हैं. जब तक उन्हें नहीं छोड़ा जाएगा, वे अनशन पर रहेंगे.'

परिजनों का कहना है कि, 'कलेक्टर और कोई भी अधिकारी हमारी बात नहीं सुन रहे हैं, आरोप लगाया कि सिर्फ प्लांट की ही बात सुन रहे हैं.'

पढ़ें-KSK पॉवर प्लांट में धरना दे रहे मजदूर आधी रात गिरफ्तार, पीड़ितों ने बताया दर्द

आधी रात हुई इस कार्रवाई को मजदूर के परिजन अन्याय बता रहे हैं. प्रशासन के अधिकारी मामले में कैमरे के सामने बात करने के लिए तैयार नहीं हैं.

प्रबंधन और कर्मचारियों के बीच टकराव
प्लांट प्रबंधन, कर्मचारी और मजदूर के बीच टकराव लगातार बढ़ता ही जा रहा है. प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद 35 मजदूर नेताओं को निलंबित किए जाने के बाद यह लड़ाई सड़क पर आ गई थी और मजदूर हड़ताल पर बैठ गए थे. इस स्थिति में प्लांट के अस्तित्व पर खतरा मंडरा रहा था और स्थानीय रोजगार प्रभावित होने का डर था.

जांजगीर-चांपा: KSK महानदी पॉवर प्लांट के खिलाफ चल रहे अनशन को बलपूर्वक खत्म कराना जिला प्रशासन के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है.

कर्मचारियों के परिजनों ने जिला जेल के सामने किया प्रदर्शन

पुलिस की ओर से आधी रात बलपूर्वक धरना प्रदर्शन स्थल से उठाकर लाए गए मजदूरों के परिजनों ने जिला जेल के सामने भूख हड़ताल शुरू कर रहे हैं. प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की जा रही है. वहीं जेल में रखे गए मजदूर भी भूख हड़ताल पर हैं.

आमरण अनशन पर बैठे थे मजदूर
बता दें कि पिछले 38 दिनों से विस्थापित मजदूरों को प्लांट के अंदर जानें नहीं दिया जा रहा था और उनके नेताओं को निलंबित कर दिया गया था, जिसके विरोध में मजदूर आमरण अनशन पर बैठे थे, जिसे बीती रात पुलिस और प्रशासन द्वारा बलपूर्वक खत्म कराया गया था.

अनशन पर रहेंगे परिजन
इस मामले में परिजनों का कहना है कि, 'अपने हक की लड़ाई लड़ रहे उनके परिजनों को जबरदस्ती गिरफ्तार किया गया है. उनके घर के कमाने वालों के जेल जाने के बाद अब उनके सामने कोई चारा नहीं हैं. जब तक उन्हें नहीं छोड़ा जाएगा, वे अनशन पर रहेंगे.'

परिजनों का कहना है कि, 'कलेक्टर और कोई भी अधिकारी हमारी बात नहीं सुन रहे हैं, आरोप लगाया कि सिर्फ प्लांट की ही बात सुन रहे हैं.'

पढ़ें-KSK पॉवर प्लांट में धरना दे रहे मजदूर आधी रात गिरफ्तार, पीड़ितों ने बताया दर्द

आधी रात हुई इस कार्रवाई को मजदूर के परिजन अन्याय बता रहे हैं. प्रशासन के अधिकारी मामले में कैमरे के सामने बात करने के लिए तैयार नहीं हैं.

प्रबंधन और कर्मचारियों के बीच टकराव
प्लांट प्रबंधन, कर्मचारी और मजदूर के बीच टकराव लगातार बढ़ता ही जा रहा है. प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद 35 मजदूर नेताओं को निलंबित किए जाने के बाद यह लड़ाई सड़क पर आ गई थी और मजदूर हड़ताल पर बैठ गए थे. इस स्थिति में प्लांट के अस्तित्व पर खतरा मंडरा रहा था और स्थानीय रोजगार प्रभावित होने का डर था.

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जिला जेल के सामने भूख हड़ताल, बीती रात केएसके महानदी पावर प्लांट के खिलाफ आंदोलन कर रहे मजदूरों को बलपूर्वक उठाकर जिला जेल ले आई है पुलिस 

पुलिस के द्वारा 17 अक्टूबर से जारी आमरण अनशन को तुड़वाने के लिए जबरदस्ती समाप्त कराया गया है आंदोलन

पुलिस और प्रशासन के  दबाव पूर्व कार्यवाई का जेल गेट के सामने विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं भुविस्थापित मजदूर

एंकर- जांजगीर-चांपा जिले में केएसके महानदी पावर प्लांट के खिलाफ चल रहे अनशन को बलपूर्वक समाप्त करवाना जिला प्रशासन के लिए परेशानी का सबब बन गया है। पुलिस और प्रशासन द्वारा आधी रात बलपूर्वक धरना प्रदर्शन स्थल से उठाकर लाए गए मजदूरों के परिजनों ने जिला जेल के सामने परिवार के साथ भूख हड़ताल शुरू कर दिया है और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की जा रही है। वहीं जेल मे रखे गये मजदूर भी भूखहडताल कर रहे हैं।

गौरतलब है कि पिछले 38 दिनों से विस्थापित मजदूरों को प्लांट के अंदर प्रवेश नहीं दिया जा रहा था उनके नेताओं को निलंबित कर दिया गया था। जिसके विरोध में मजदूर आमरण अनशन पर बैठे थे जिसे बीती रात पुलिस और प्रशासन के द्वारा बलपूर्वक समाप्त कराया गया है और प्रदर्शनकारियों को जेल भेज दिया गया है। जिसका जमकर विरोध जिला जेल के सामने ही बैठकर भुविस्थापित मजदूरों के परिजन कर रहे हैं जो कि जिला प्रशासन के लिए परेशानी का सबब साबित हो रहा है।

इस मामले मे परिजनों का कहना है कि अपने हक की लड़ाई लड़ रहे उनके परिजनों को जबरदस्ती गिरफ्तार किया गया है उनके घर के कमाने वाले के जेल जाने के बाद अब उनके सामने कोई चारा नही है। जब तक उन्हे नही छोड़ा जाएगा वे अनशन पर रहेंगे। सीधे तोर पर अधीरात की गई कार्यवाई को वे अन्याय बता रहे हैं। इस मामले मे कैमरे के सामने बात करने के लिए प्रशासन के अधिकारी तैयार नही हैं। 

बाईट-1 सुखी बाई भूविस्थापित केएसके कर्मी के परिजन 

बाईट-2 ललिता, भूविस्थापित केएसके कर्मी के परिजन
बाइट -3 मनमोहन नेताम केएसके मजदूरBody:, ,,,Conclusion:,,,
Last Updated : Oct 20, 2019, 10:16 AM IST
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