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जांजगीर-चांपा: मनरेगा मजदूरों की राशि डकारने वाली रोजगार सहायक बर्खास्त

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Published : May 16, 2020, 8:18 AM IST

Updated : May 16, 2020, 3:07 PM IST

जांजगीर-चांपा में मनरेगा मजदूरों के भुगतान की राशि में फर्जीवाड़ा करने के आरोप में रोजगार सहायक नौकरी से बर्खास्त कर दी गई है. जनपद पंचायत सीईओ बी.के चौबे ने जांच कमेटी के रिपोर्ट पर कार्रवाई की है.

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रोजगार सहायक पद से बर्खास्त

जांजगीर-चांपा: मनरेगा के तहत मजदूरों की मेहनत की राशि डकारने के आरोप में रोजगार सहायक को उनके पद से हटा दिया गया है. चन्द्रपुर विधानसभा के जनपद पंचायत डभरा क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पंचायत केकराभाठ की रोजगार सहायक सुनीता पटेल को मजदूरों की राशि का फर्जीवाड़ा करने के आरोप में पद से मुक्त किया गया. मजदूरों ने अपनी समस्या सरपंच को बताई जिसके बाद सरपंच ने लिखित शिकायत जनपद सीईओ डभरा को दी, जिसके बाद कार्रवाई की गई.

मनरेगा में फर्जीवाड़ा करने पर रोजगार सहायक बर्खास्त

मनरेगा के काम के तहत मजदूरों के भुगतान में गड़बड़ी की गई. मजदूरों को साल 2018- 2019 और 2020 के मनरेगा कार्यों के भुगतान की राशि नहीं दी गई, बल्कि रोजगार सहायक सुनीता पटेल ने अपने रिश्तेदारों को फर्जी तरीके से राशि का भुगतान कर दिया. जिसके बाद मजदूरों ने ग्राम पंचायत केकराभाठ के सरपंच से पूरे मामले की शिकयत की. फिर मजदूरों की समस्या को लेकर लिखित शिकायत सरपंच ने जनपद सीईओ डभरा को दी, जिस पर जनपद पंचायत सीईओ बी. के. चौबे ने मजदूरी भुगतान में गड़बड़ी की शिकायत के लिए जांच कमेटी गठित की.

Dismissed from the post of employment assistant on forgery in MGNREGA at janjgir-champa
रोजगार सहायक नौकरी से बर्खास्त

जांच कमेटी ने बारीकी से हर पहलू की जांच की

जांच कमेटी ने ग्राम केकराभाठ जाकर मनरेगा के मजदूरों और रोजगार सहायक से बयान लिया, वहीं जांच कमेटी ने रोजगार सहायक की तरफ से मजदूरी भुगतान को लेकर घोर लापरवाही और मनमानी करना पाया. इसके बाद रोजगार सहायक सुनीता पटेल के खिलाफ आरोप सही पाया गया और जांच कमेटी ने अपनी रिपोर्ट जनपद सीईओ को सौंप दी.

जांच कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर रोजगार सहायक को मिली सजा

जनपद पंचायत डभरा ने जांच कमेटी के रिपोर्ट के आधार पर मामले को गंभीरता से लेते हुए रोजगार सहायक सुनीता पटेल के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनके पद से कार्यमुक्त कर दिया गया. इस तरह मजदूरों के मेहनत की कमाई को डकारने वाली रोजगार सहायक को सजा मिल गई.

पढ़ें-जांजगीर-चांपा: दूसरे राज्यों से आए 5 प्रवासी मजदूर निकले कोरोना पॉजिटिव

वहीं जनपद पंचायत डभरा के मुख्यकार्यपालन अधिकारी बी.के चौबे ने कहा कि किसी भी ग्राम पंचायत के रोजगार सहायक की तरफ से महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना के तहत चल रहे कार्यों में अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी और गड़बड़ी या फर्जीवाड़ा करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

जांजगीर-चांपा: मनरेगा के तहत मजदूरों की मेहनत की राशि डकारने के आरोप में रोजगार सहायक को उनके पद से हटा दिया गया है. चन्द्रपुर विधानसभा के जनपद पंचायत डभरा क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पंचायत केकराभाठ की रोजगार सहायक सुनीता पटेल को मजदूरों की राशि का फर्जीवाड़ा करने के आरोप में पद से मुक्त किया गया. मजदूरों ने अपनी समस्या सरपंच को बताई जिसके बाद सरपंच ने लिखित शिकायत जनपद सीईओ डभरा को दी, जिसके बाद कार्रवाई की गई.

मनरेगा में फर्जीवाड़ा करने पर रोजगार सहायक बर्खास्त

मनरेगा के काम के तहत मजदूरों के भुगतान में गड़बड़ी की गई. मजदूरों को साल 2018- 2019 और 2020 के मनरेगा कार्यों के भुगतान की राशि नहीं दी गई, बल्कि रोजगार सहायक सुनीता पटेल ने अपने रिश्तेदारों को फर्जी तरीके से राशि का भुगतान कर दिया. जिसके बाद मजदूरों ने ग्राम पंचायत केकराभाठ के सरपंच से पूरे मामले की शिकयत की. फिर मजदूरों की समस्या को लेकर लिखित शिकायत सरपंच ने जनपद सीईओ डभरा को दी, जिस पर जनपद पंचायत सीईओ बी. के. चौबे ने मजदूरी भुगतान में गड़बड़ी की शिकायत के लिए जांच कमेटी गठित की.

Dismissed from the post of employment assistant on forgery in MGNREGA at janjgir-champa
रोजगार सहायक नौकरी से बर्खास्त

जांच कमेटी ने बारीकी से हर पहलू की जांच की

जांच कमेटी ने ग्राम केकराभाठ जाकर मनरेगा के मजदूरों और रोजगार सहायक से बयान लिया, वहीं जांच कमेटी ने रोजगार सहायक की तरफ से मजदूरी भुगतान को लेकर घोर लापरवाही और मनमानी करना पाया. इसके बाद रोजगार सहायक सुनीता पटेल के खिलाफ आरोप सही पाया गया और जांच कमेटी ने अपनी रिपोर्ट जनपद सीईओ को सौंप दी.

जांच कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर रोजगार सहायक को मिली सजा

जनपद पंचायत डभरा ने जांच कमेटी के रिपोर्ट के आधार पर मामले को गंभीरता से लेते हुए रोजगार सहायक सुनीता पटेल के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनके पद से कार्यमुक्त कर दिया गया. इस तरह मजदूरों के मेहनत की कमाई को डकारने वाली रोजगार सहायक को सजा मिल गई.

पढ़ें-जांजगीर-चांपा: दूसरे राज्यों से आए 5 प्रवासी मजदूर निकले कोरोना पॉजिटिव

वहीं जनपद पंचायत डभरा के मुख्यकार्यपालन अधिकारी बी.के चौबे ने कहा कि किसी भी ग्राम पंचायत के रोजगार सहायक की तरफ से महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना के तहत चल रहे कार्यों में अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी और गड़बड़ी या फर्जीवाड़ा करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

Last Updated : May 16, 2020, 3:07 PM IST
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