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जांजगीर-चांपाः खेत में रखे पैरा में लगी भीषण आग, सैंकड़ों पौधे जलकर हुए खाक

मुलमुला थाना क्षेत्र में उस वक़्त अफरा-तफरी मच गई जब अचानक से कोसाबाड़ी के बगल के खेत में धान के पैरा में भीषण आग लग गई. आग की लपटें इतनी तेज थी कि आग देखते ही देखते विकराल रूप धारण कर लिया, बड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया.

खेत में रखे पैरा में लगी भीषण आग
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Published : Jun 13, 2019, 11:46 PM IST

जांजगीर-चांपा: जिले के मुलमुला थाना क्षेत्र में उस वक़्त अफरा-तफरी मच गई जब अचानक से कोसाबाड़ी के बगल के खेत में धान के पैरा में भीषण आग लग गई. आग की लपटें इतनी तेज थी कि आग देखते ही देखते विकराल रूप धारण कर लिया, बड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया.

जान जोखिम में डालकर बुझाई आग
बता दें कि मुलमुला के किसान अपने खेत में रखे धान के पैरा में आग लगाकर चले गए, जिससे बहती तेज हवा में आग की लपटें तेजी से बढ़ रही थी. इसको देखते हुए कोसाबाड़ी के कर्मचारी दिलेराम यादव ने साथी कर्मचारी को फोन लगाकर कोसाबाड़ी में आग लगने की सूचना दी, जिसके बाद कोसाबाड़ी के कर्मचारियों ने अपनी जान जोखिम में डालकर पूरे दो घंटे के बाद आग पर काबू पाया गया.

मुनादी के बाद भी बाज नहीं आते हैं किसान
पंचायतों के द्वारा धान कटाई के बाद हमेशा मुनादी करवायी जाती है कि अपने खेतों का बचा हुआ अवशेष पैरा को जलाना नहीं, इसके बावजूद लापरवाह किसान इस तरीके के हरकत से बाज नहीं आते दिखते हैं. वहीं ऐसी घटनाओं में कभी-कभी लोगों के घर तक जल जाते हैं. इस आगजनी के घटना से कोसाबाड़ी के लगभग सैकड़ों पौधे भी आग के चपेट में आकर झुलस गए है. जिनको बहादुरी दुखाते हुए कर्मचारियों ने बचा लिया.

जांजगीर-चांपा: जिले के मुलमुला थाना क्षेत्र में उस वक़्त अफरा-तफरी मच गई जब अचानक से कोसाबाड़ी के बगल के खेत में धान के पैरा में भीषण आग लग गई. आग की लपटें इतनी तेज थी कि आग देखते ही देखते विकराल रूप धारण कर लिया, बड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया.

जान जोखिम में डालकर बुझाई आग
बता दें कि मुलमुला के किसान अपने खेत में रखे धान के पैरा में आग लगाकर चले गए, जिससे बहती तेज हवा में आग की लपटें तेजी से बढ़ रही थी. इसको देखते हुए कोसाबाड़ी के कर्मचारी दिलेराम यादव ने साथी कर्मचारी को फोन लगाकर कोसाबाड़ी में आग लगने की सूचना दी, जिसके बाद कोसाबाड़ी के कर्मचारियों ने अपनी जान जोखिम में डालकर पूरे दो घंटे के बाद आग पर काबू पाया गया.

मुनादी के बाद भी बाज नहीं आते हैं किसान
पंचायतों के द्वारा धान कटाई के बाद हमेशा मुनादी करवायी जाती है कि अपने खेतों का बचा हुआ अवशेष पैरा को जलाना नहीं, इसके बावजूद लापरवाह किसान इस तरीके के हरकत से बाज नहीं आते दिखते हैं. वहीं ऐसी घटनाओं में कभी-कभी लोगों के घर तक जल जाते हैं. इस आगजनी के घटना से कोसाबाड़ी के लगभग सैकड़ों पौधे भी आग के चपेट में आकर झुलस गए है. जिनको बहादुरी दुखाते हुए कर्मचारियों ने बचा लिया.

Intro:जांजगीर चाम्पा:- मुलमुला थानांतर्गत ग्राम पकरिया के कोसाबाड़ी (नर्सरी) में उस वक़्त अफरा तफरी मच गई जब अचानक से कोसाबाड़ी के बगल खेत मे धान के अवशेष पैरा को किसानों के द्वारा आग लगा दिया गया था जोकि आग का रुख एकाएक हवा के वजह से तेज गति के चलते विकराल रूप ले रहा था और अचानक से धीरे धीरे आग कोसाबाड़ी में पहुँच गया । वही वहा निवास कर रहे कोसाबाड़ी के कर्मचारी दिलेराम यादव अपने पुत्र राकेश यादव के साथ अपने परिवार एवं साथी कर्मचारी चौकीदार को फोन लगाकर कोसाबाड़ी में आग लगने की सूचना दी वही मौके पर पहुँचकर कोसाबाड़ी के कर्मचारियों के द्वारा लाठी डंडा से पीट पीटकर लगातार आग को बुझाने का प्रयास किया जा रहा था वही कोसाबाड़ी के कर्मचारियों ने अपना जानजोखिम में डालकर लगातार आग को बुझाया जा रहा था तब जाकर कही आग पर पूरी दो घंटे के बाद आग को काबू पाया गया ।
वही इस आगजनी के घटना से कोसाबाड़ी के लगभग पचास से सौ पौधे आग के चपेट में आकर झुलस गए है।

मुनादी के बाद भी बाज नही आते है किसान

ग्राम पंचायत के द्वारा धान कटाई के बाद हमेशा मुनादी करवाया जाता है कि अपने खेतों का बचा हुआ अवशेष पैरा को जलाना नही इसके बावजूद भी कुछ लापरवाह किसान इस तरीके से हरकत से बाज नही आते दिखते है।
नतीजन आग से चपेट में बहुत से जीव जंतु जल जाते है वही कुछ लोगो का प्लाट घर तक इस तरह के घटना के आग लगने के वजह से नुकसान उठाना पड़ता है जिसका दंश लोगो को झेलना पड़ता है।

चौकीदार कर्मचारी के सूझबूझ से बड़ी घटना टली

जानकारी के मुताबिक पकरिया सिल्ली मार्ग सड़क किनारे में रेशम विभाग द्वारा सन 2015 -16 में करीब 25 एकड़ शासकीय जमीन पर यहाँ के कोसाबाड़ी नर्सरी में लगभग पचास हजार अर्जुन के पौधा रोपे गए थे वही यहाँ के कर्मचारियों के मेहनत लगन अथक प्रयास से आज पौधा से पेड़ के रूप में विकसित की ओर है परिवर्तन हो चुका है आपको बता दे इस राह से जो भी गुजरते है वो जरूर वहा सड़क पर रुक कर कोसाबाड़ी के खूबसूरत हरियाली पेड़ो को देखते ही लोग कायल हो जाते है । इतना ही नही लोग वहाँ रुककर बाकायदा सेल्फी लेते है जो फ़ोटो के लिए पेड़ो के हरियाली परफेक्ट बैकग्राउंड बनता है जो देखते ही आकर्षण का केंद्र बनता है। वही आज आगजनी के घटना से कोसाबाड़ी के कर्मचारी दिलेराम यादव बसन्त सुमन मोतीसागर बंजारे राकेश यादव के तत्परता सजकता सूझबूझ से अपने जान जोखिम में डाल कर लगभग पूरे पेड़ों को बचा लिया गया
वही इनकी उल्लेखनीय कार्य के लिए गांव एवं आसपास के लोग प्रंशसा करने से नही चूक रहे है।

बाइट बसन्त कुमार कर्मचारीBody:विसुअल बाइटConclusion:
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