जांजगीर-चांपा: जिले के मुलमुला थाना क्षेत्र में उस वक़्त अफरा-तफरी मच गई जब अचानक से कोसाबाड़ी के बगल के खेत में धान के पैरा में भीषण आग लग गई. आग की लपटें इतनी तेज थी कि आग देखते ही देखते विकराल रूप धारण कर लिया, बड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया.
जान जोखिम में डालकर बुझाई आग
बता दें कि मुलमुला के किसान अपने खेत में रखे धान के पैरा में आग लगाकर चले गए, जिससे बहती तेज हवा में आग की लपटें तेजी से बढ़ रही थी. इसको देखते हुए कोसाबाड़ी के कर्मचारी दिलेराम यादव ने साथी कर्मचारी को फोन लगाकर कोसाबाड़ी में आग लगने की सूचना दी, जिसके बाद कोसाबाड़ी के कर्मचारियों ने अपनी जान जोखिम में डालकर पूरे दो घंटे के बाद आग पर काबू पाया गया.
मुनादी के बाद भी बाज नहीं आते हैं किसान
पंचायतों के द्वारा धान कटाई के बाद हमेशा मुनादी करवायी जाती है कि अपने खेतों का बचा हुआ अवशेष पैरा को जलाना नहीं, इसके बावजूद लापरवाह किसान इस तरीके के हरकत से बाज नहीं आते दिखते हैं. वहीं ऐसी घटनाओं में कभी-कभी लोगों के घर तक जल जाते हैं. इस आगजनी के घटना से कोसाबाड़ी के लगभग सैकड़ों पौधे भी आग के चपेट में आकर झुलस गए है. जिनको बहादुरी दुखाते हुए कर्मचारियों ने बचा लिया.