जांजगीर: जिले में सिस्टम की लापरवाही की वजह से सर्व शिक्षा अभियान के तहत बनाया जा रहा भवन निर्माण कार्य अब तक अधूरा ही है. राजीव गांधी शिक्षा मिशन के तहत साल 2010-2011 में कई प्राथमिक स्कूल के लिए नए भवन निर्माण व अतिरिक्त भवन निर्माण के लिए शासन की तरफ से करोड़ों की राशि स्वीकृति दी गई थी. लेकिन आज तक भवन नहीं बन पाए है.
साल 2010-11 में मिली थी निर्माण की स्वीकृति
जिले में प्रशासन की लापरवाही के कारण नौनिहाल जर्जर भवन में पढ़ने को मजबूर है. ब्लॉक के कई प्राइमरी स्कूल व मिडिल स्कूल के पास भवन नहीं है. जबकि 2010-2011 में प्राथमिक शाला के लिए 45 भवन निर्माणों की स्वीकृति दी गई. कई भवनों में छतस्तर तक व कई डोर लेवल तक दरवाजा खिड़की लगाकर छोड़ दिया गया है.
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सिस्टम का खामियाजा
उच्च प्राथमिक शाला के अतिरिक्त कक्षा के लिए भवन की मंजूरी मिली थी, लेकिन उसका भी निर्माण कार्य अधूरा ही पड़ा है. प्राथमिक शाला में प्रधान पाठक के भवन के लिए स्वीकृति दी गई है. प्रत्येक भवन के लिए 3 लाख 10 हजार की राशि जारी की गई. राशि तो खर्च हो गई लेकिन निर्माण कार्य पूरा नहीं हो सका.
अधिकारियों का अपना राग
संबंधित अधिकारियों का कहना है कि राशि मिलने के बाद भी निर्माण एजेंसियां कार्य पूरा करने में रूचि नहीं दिखा रही है. जिसकी जानकारी उच्छ अधिकारियों को दे दी गई है.