जांजगीर चांपा: हर साल दिसंबर महीने में जांजगीर चांपा के सक्ती और मालखरौदा में मेला लगता है. पिछले साल कोरोना संक्रमण की वजह से मेले की अनुमति नहीं मिली थी. कोरोना की संभावित तीसरी लहर के खतरे को भांपते हुए अधिकारियों ने इस साल भी मेले के आयोजन को लेकर अनुमति नहीं दी. लेकिन आयोजन समिति ने आला अधिकारियों को आखिरकार मना लिया और उनसे सशर्त मेले के आयोजन की अनुमति ले ली है. अब एक बार फिर मेला लगाने की तैयारियों ने जोर पकड़ लिया है.
मेले में कोविड प्रोटोकॉल के पालन पर सवाल?
हालांकि मेला आयोजक इस बात का आश्वासन दे रहे हैं कि मेला कोरोना प्रोटोकाल के तहत ही आयोजित किया जाएगा. लेकिन सवाल यह है कि मेले जैसे आयोजन में इस कोविड प्रोटोकॉल का पालन ( covid protocol in janjgir champa fair) कैसे संभव होगा?. मेले में कोविड प्रोटोकॉल का पालन कौन करवाएगा. अगर निर्देशों का उल्लंघन होता है तो कौन जिम्मेदार होगा. ये तमाम सवाल सोचने के लिए मजबूर कर रहे हैं.
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छत्तीसगढ़ में ओमिक्रोन का खतरा
छत्तीसगढ़ में फिलहाल कोरोना की स्थिति सामान्य है. लेकिन कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन (Variant Omicron) ने इस बार फिर आयोजकों को चिंता में डाल दिया है. भारत के कई राज्यों में ओमिक्रोन दस्तक दे चुका है. जिसके चलते भारत सरकार ने सभी राज्यों को तीसरी लहर से बचाव के लिए गाइडलाइन जारी की है. जिसमें इस प्रकार के आयोजन के लिए सख्त निर्देश दिए गए हैं. बावजूद इसके जिला प्रशासन ने मेला आयोजन की मंजूरी दे दी है.