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जांजगीर चांपा: 24 घंटे से ज्यादा वक्त बाद भी बोरवेल में फंसी मासूम की सांस, रोबोट की ली जाएगी मदद

छत्तीसगढ़ के जांजगीर में बोरवेल में गिरे राहुल को बचाने के लिए 24 घंटे से ज्यादा वक्त बीत चुका है. लेकिन अबतक उसे बोरवेल से बाहर नहीं निकाला जा सका है. बोरवेल के पैरलल 50 फीट से ज्यादा की खुदाई हो गई है. करीब 60 फीट की खुदाई में राहुल फंसा है. अब राहुल को बचाने के लिए रोबोट की भी मदद ली जाएगी.

child fell in borewell
बोरेवेल में गिरा बच्चा
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Published : Jun 11, 2022, 8:15 AM IST

Updated : Jun 11, 2022, 5:51 PM IST

जांजगीर चांपा: जांजगीर के मालखरौदा थाना क्षेत्र के ग्राम पिहरीद में एक 12 साल का बच्चा बोरवेल में गिर गया है. शुक्रवार दोपहर 3 बजे के आसपास राहुल साहू नाम का यह बच्चा अपने घर के पीछे खेल रहा था. इसी दौरान फिसल कर बोरवेल में गिर गया. अबतक राहुल को निकालने में सफलता नहीं मिल पाई है. जिला प्रशासन के साथ ओडिशा की एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम बचाव कार्य में जुटी हुई है. राहुल के बचाव के लिए रोबोट की भी मदद ली जाएगी. स्वास्थ्य विभाग और एक्सपर्ट टीम कैमरे से बच्चे के स्वास्थ्य पर निगरानी रख रही है. बच्चे को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए तमाम कोशिशें जारी हैं.

जांजागीर चांपा में बोरवेल में गिरे बच्चे पर भूपेश बघेल का बयान

कब और कहां बोरवेल में गिरा बच्चा: इस बच्चे का नाम राहुल साहू है. उसकी उम्र करीब 12 साल है. वह जांजगीर-चांपा जिले के मालखरौदा थाना क्षेत्र के पिहरीद गांव में रहता है. खेलने के दौरान बच्चा बोरवेल में गिर गया. शुक्रवार दोपहर 3 बजे के आसपास बच्चा अपने घर के पीछे बाड़ी में खेल रहा था. इसी दौरान फिसल कर बोरवेल में गिर गया.

बोरवेल में गिरा बच्चा का रेस्क्यू जारी

किसका है बोरवेल: यह बोरवेल राहुल के पिता ने ही खुदवाया है. राहुल के पिता लाला साहू ने अपने घर की बाड़ी में पानी की व्यवस्था के लिए 120 फीट के करीब बोर कराया है. केसिंग लगाया गया था, लेकिन बोर में खराबी आने के कारण उस बोर को बंद कर दिया गया और उसकी केसिंग पाइप को भी निकाल दिया गया. बोर 6 से 8 इंच का हो गया. अपनी बाड़ी में खेलते हुए राहुल इसी बोर के अंदर गिर गया.

राहुल के माता पिता से बात वीडियो कॉल के जरिए बात करते भूपेश बघेल

यह भी पढ़ें: जांजगीर चांपा: बोरवेल में गिरा 12 साल का बच्चा, रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटा प्रशासन

परिजनों को कैसे पता चला: दोपहर से बोर के अंदर फंसे राहुल के परिजन उसकी गांव भर में तलाश करते रहे. कुछ पता नहीं चलने पर उसकी मां घर के पीछे पहुंची, जहां बाड़ी में बने बोर से आवाज सुनाई दी. शाम 4 बजे परिजनों को घटना की जानकारी मिली. परिजनों ने तत्काल 112 को इसकी सूचना दी. फिलहाल मौके पर जिला प्रशासन पुलिस प्रशासन एनडीआरएफ और स्वास्थ विभाग की टीम तैनात है. आईजी, डीआईजी, कलेक्टर एसपी सहित आला अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और जरूरी दिशा-निर्देश दिए. बच्चे को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए अधिकारी लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं.

रेस्क्यू ऑपरेशन की शुरुआत कैसे हुई: बोरवेल में गिरा राहुल करीब 50 फीट से 60 फीट की गहराई में है. सबसे पहले बच्चे की स्थिति जानने के लिए कैमरा बोर के अंदर डाला गया. डाक्टर की टीम ने ऑक्सीजन की व्यवस्था की. बच्चे के खाने के लिए बिस्कुट, पानी भेजा गया. बच्चे ने उसे नहीं खाया. फिर रस्सी में बांध कर केला भेजा गया. बच्चे ने केला खाया. वहीं बचाव दल ने बोर के पास गड्ढा खोदने का काम शुरू किया. बच्चे को बचाने के लिए जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन के आला अधिकारी रात से मौके पर डटे हुए हैं. ओडिशा से एनडीआरएफ और भिलाई से एसडीआरएफ की टीम अपनी तकनीक के माध्यम से बच्चे को बचाने में जुटी है. टनल बनाकर बच्चे को बचाने का प्रयास किया जा रहा है.

रात में रेस्क्यू टीम ने किया था लिफ्ट कर बाहर लाने का प्रयास: राहुल साहू को बचाने के लिए आई एसडीआरएफ की टीम ने रात 11 बजे रेस्क्यू करने की तैयारी कर ली थी. परिजनों की सहमति के बाद लिफ्ट टेक्निक से बाहर निकलने की योजना बनाई थी, लेकिन बोर के अंदर फंसे राहुल की गतिविधि नहीं के बराबर थी. उसके सोने की उम्मीद जताते हुए ऑपरेशन को रोक दिया गया था. अब सुबह फिर से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया है.

रेस्क्यू टीम को आ रही यह समस्या : रेस्क्यू टीम के साथ सबसे बड़ी समस्या बच्चे का प्रॉपर रिस्पांस नहीं मिलना भी है. 11-12 साल के बच्चे से रेस्क्यू टीम को प्रॉपर रिस्पांस की उम्मीद थी. बच्चा परिजनों की ही आवाज पर थोड़ा बहुत हिल-डुल रहा है. बच्चे के पिता लाला राम साहू ने बताया कि उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है.

राहुल को बचाने की कोशिश जारी: अधिकारियों ने बताया, "बोरवेल में फंसे बालक राहुल साहू का रेस्क्यू जारी है. कलेक्टर जितेंद्र कुमार शुक्ला मौके पर पूरी प्रशासनिक टीम के साथ पहुंचे हैं. बच्चे की गतिविधियों की पूरी नजर सीसीटीवी से रखी जा रही है. बच्चे तक खाद्य सामग्रियां भेजी गयी है. केला, फ्रूटी सहित अन्य खाद्य सामग्री भेजी गयी है. बीच-बीच में बच्चे के परिजनों से उनकी बातचीत कराई जा रही है.''

मेडिकल टीम तैनात: बोरवेल में गिरे बच्चे तक खाने का सामान भी पहुंचाया गया. केला, फ्रूटी सहित अन्य खाद्य सामग्री पहुंचाई गई. बीच-बीच में बच्चे के परिजनों से उनकी बातचीत कराई जा रही है. ऑक्सीजन सिलेंडर रखे गए हैं. पाइप से ऑक्सीजन पहुंचाई जा रही है. स्वास्थ्य अधिकारियों की टीम तैनात है. मेडिकल एम्बुलेंस और आपातकालीन चिकित्सा व्यवस्था भी की गई है. आसपास बेरिकेडिंग और लाइटिंग की गई है. एक्सपर्ट से भी जरूरी मार्गदर्शन लिया जा रहा है.

बोरवेल में लगी 4 बड़ी मशीनें: कोरबा, बिलासपुर, रायगढ़ से बड़ी-बड़ी मशीने मंगाई गई है. जेसीबी द्वारा बोरवेल के कुछ मीटर पहले तक खुदाई भी कर ली गई है. बोरवेल के भीतर रस्सी गिराने के बाद भी राहुल द्वारा कोई रिस्पांस नहीं दिया जा रहा है. एनडीआरएफ द्वारा निर्णय लिया गया है कि जेसीबी से लगभग 60 से 65 फीट खुदाई कर टनल बनाया जाएगा और फंसे हुए बच्चे तक पहुंचा जाएगा. 4 बड़ी मशीनें लगाई गई है.

बच्चे को बाहर निकालने में जुटा प्रशासन: जांजगीर कलेक्टर जितेंद्र शुक्ला ने कहा कि ''घटना की जानकारी मिलने के बाद से बच्चे को बाहर निकालने का प्रयास किया जा रहा है. उसकी जिंदगी बचाने के लिए पर्याप्त ऑक्सीजन सिलेंडर हैं. बोरवेल के अंदर भी ऑक्सीजन लेवल मेंटेन किया गया है. खाने पीने का सामान भेजा जा रहा है. साथ ही बोर के पास खुदाई और रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. जिला प्रशासन बच्चे को बाहर निकालने में जुटी है. सभी लोग बच्चे के सकुशल रेस्क्यू के लिए दुआ भी कर रहे हैं.''

सीएम ने दिया हरसंभव मदद का भरोसा: मुख्यमंत्री ने जांजगीर-चांपा कलेक्टर जितेंद्र कुमार शुक्ला के मोबाइल पर वीडियो कॉल कर बच्चे की मां गीता साहू और पिता राम कुमार साहू सहित परिजनों से बात की. मां गीता साहू और पिता राम कुमार साहू ने जिला प्रशासन के रेस्क्यू ऑपरेशन पर संतुष्टि जताई. मुख्यमंत्री ने उन्हें ढांढस बांधते हुए निराश न होने की बात कही. सीएम ने घटना के संबंध में भी परिजनों से जानकारी ली. मुख्यमंत्री ने कहा कि ''पूरा शासन प्रशासन राहुल की सकुशल वापसी के लिए लगा हुआ है. आप लोग धैर्य रखें. राहुल की सकुशल वापसी होगी. हमारे लिए एक-एक जान कीमती है. राहुल को सकुशल निकालने के लिए पूरा प्रयास किया जा रहा है. मौके पर NDRF और SDRF की टीम मौजूद है. विशेषज्ञों को इस कार्य में लगाया गया है.''

राहुल साहू के बचाव के लिए रोबोट की ली जाएगी मदद: पिहरीद में बोरवेल में गिरे राहुल साहू के बचाव के लिए रोबोट की मदद ली जाएगी. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सूरत के रोबेट विशेषज्ञ से संपर्क करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं. सूरत के महेश अहीर ने अपने इनोवेशन बोरवेल रेसक्यू रोबोट की विशेषता को लेकर ट्विट किया था.

मूक बधिर है राहुल: बोरवेल में गिरा बच्चा राहुल मूक बधिर है. उसके सकुशल रेस्क्यू के लिए पूरा प्रदेश दुआ कर रहा है. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि बच्चे के सकुशल रेस्क्यू के लिए हरसंभव प्रयास किए जाएं. इसके बाद सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ राहुल को बोरवेल से निकालने में जुटी हुई है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर कलेक्टर, एसपी समेत पूरा प्रशासनिक अमला रात भर से घटना स्थल पर जुटा हुआ है.

टनल बनाकर राहुल को निकाला जाएगा: फिलहाल बोरवेल के पैरलल 50 फीट की खुदाई हो चुकी है. बोरवेल के पैरलल 60 फीट खुदने के बाद राहुल तक पहुंचने के लिए टनल बनायी जाएगी. फिलहाल राहुल को निकालने के लिए तेजी से रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है.


जांजगीर चांपा: जांजगीर के मालखरौदा थाना क्षेत्र के ग्राम पिहरीद में एक 12 साल का बच्चा बोरवेल में गिर गया है. शुक्रवार दोपहर 3 बजे के आसपास राहुल साहू नाम का यह बच्चा अपने घर के पीछे खेल रहा था. इसी दौरान फिसल कर बोरवेल में गिर गया. अबतक राहुल को निकालने में सफलता नहीं मिल पाई है. जिला प्रशासन के साथ ओडिशा की एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम बचाव कार्य में जुटी हुई है. राहुल के बचाव के लिए रोबोट की भी मदद ली जाएगी. स्वास्थ्य विभाग और एक्सपर्ट टीम कैमरे से बच्चे के स्वास्थ्य पर निगरानी रख रही है. बच्चे को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए तमाम कोशिशें जारी हैं.

जांजागीर चांपा में बोरवेल में गिरे बच्चे पर भूपेश बघेल का बयान

कब और कहां बोरवेल में गिरा बच्चा: इस बच्चे का नाम राहुल साहू है. उसकी उम्र करीब 12 साल है. वह जांजगीर-चांपा जिले के मालखरौदा थाना क्षेत्र के पिहरीद गांव में रहता है. खेलने के दौरान बच्चा बोरवेल में गिर गया. शुक्रवार दोपहर 3 बजे के आसपास बच्चा अपने घर के पीछे बाड़ी में खेल रहा था. इसी दौरान फिसल कर बोरवेल में गिर गया.

बोरवेल में गिरा बच्चा का रेस्क्यू जारी

किसका है बोरवेल: यह बोरवेल राहुल के पिता ने ही खुदवाया है. राहुल के पिता लाला साहू ने अपने घर की बाड़ी में पानी की व्यवस्था के लिए 120 फीट के करीब बोर कराया है. केसिंग लगाया गया था, लेकिन बोर में खराबी आने के कारण उस बोर को बंद कर दिया गया और उसकी केसिंग पाइप को भी निकाल दिया गया. बोर 6 से 8 इंच का हो गया. अपनी बाड़ी में खेलते हुए राहुल इसी बोर के अंदर गिर गया.

राहुल के माता पिता से बात वीडियो कॉल के जरिए बात करते भूपेश बघेल

यह भी पढ़ें: जांजगीर चांपा: बोरवेल में गिरा 12 साल का बच्चा, रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटा प्रशासन

परिजनों को कैसे पता चला: दोपहर से बोर के अंदर फंसे राहुल के परिजन उसकी गांव भर में तलाश करते रहे. कुछ पता नहीं चलने पर उसकी मां घर के पीछे पहुंची, जहां बाड़ी में बने बोर से आवाज सुनाई दी. शाम 4 बजे परिजनों को घटना की जानकारी मिली. परिजनों ने तत्काल 112 को इसकी सूचना दी. फिलहाल मौके पर जिला प्रशासन पुलिस प्रशासन एनडीआरएफ और स्वास्थ विभाग की टीम तैनात है. आईजी, डीआईजी, कलेक्टर एसपी सहित आला अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और जरूरी दिशा-निर्देश दिए. बच्चे को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए अधिकारी लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं.

रेस्क्यू ऑपरेशन की शुरुआत कैसे हुई: बोरवेल में गिरा राहुल करीब 50 फीट से 60 फीट की गहराई में है. सबसे पहले बच्चे की स्थिति जानने के लिए कैमरा बोर के अंदर डाला गया. डाक्टर की टीम ने ऑक्सीजन की व्यवस्था की. बच्चे के खाने के लिए बिस्कुट, पानी भेजा गया. बच्चे ने उसे नहीं खाया. फिर रस्सी में बांध कर केला भेजा गया. बच्चे ने केला खाया. वहीं बचाव दल ने बोर के पास गड्ढा खोदने का काम शुरू किया. बच्चे को बचाने के लिए जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन के आला अधिकारी रात से मौके पर डटे हुए हैं. ओडिशा से एनडीआरएफ और भिलाई से एसडीआरएफ की टीम अपनी तकनीक के माध्यम से बच्चे को बचाने में जुटी है. टनल बनाकर बच्चे को बचाने का प्रयास किया जा रहा है.

रात में रेस्क्यू टीम ने किया था लिफ्ट कर बाहर लाने का प्रयास: राहुल साहू को बचाने के लिए आई एसडीआरएफ की टीम ने रात 11 बजे रेस्क्यू करने की तैयारी कर ली थी. परिजनों की सहमति के बाद लिफ्ट टेक्निक से बाहर निकलने की योजना बनाई थी, लेकिन बोर के अंदर फंसे राहुल की गतिविधि नहीं के बराबर थी. उसके सोने की उम्मीद जताते हुए ऑपरेशन को रोक दिया गया था. अब सुबह फिर से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया है.

रेस्क्यू टीम को आ रही यह समस्या : रेस्क्यू टीम के साथ सबसे बड़ी समस्या बच्चे का प्रॉपर रिस्पांस नहीं मिलना भी है. 11-12 साल के बच्चे से रेस्क्यू टीम को प्रॉपर रिस्पांस की उम्मीद थी. बच्चा परिजनों की ही आवाज पर थोड़ा बहुत हिल-डुल रहा है. बच्चे के पिता लाला राम साहू ने बताया कि उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है.

राहुल को बचाने की कोशिश जारी: अधिकारियों ने बताया, "बोरवेल में फंसे बालक राहुल साहू का रेस्क्यू जारी है. कलेक्टर जितेंद्र कुमार शुक्ला मौके पर पूरी प्रशासनिक टीम के साथ पहुंचे हैं. बच्चे की गतिविधियों की पूरी नजर सीसीटीवी से रखी जा रही है. बच्चे तक खाद्य सामग्रियां भेजी गयी है. केला, फ्रूटी सहित अन्य खाद्य सामग्री भेजी गयी है. बीच-बीच में बच्चे के परिजनों से उनकी बातचीत कराई जा रही है.''

मेडिकल टीम तैनात: बोरवेल में गिरे बच्चे तक खाने का सामान भी पहुंचाया गया. केला, फ्रूटी सहित अन्य खाद्य सामग्री पहुंचाई गई. बीच-बीच में बच्चे के परिजनों से उनकी बातचीत कराई जा रही है. ऑक्सीजन सिलेंडर रखे गए हैं. पाइप से ऑक्सीजन पहुंचाई जा रही है. स्वास्थ्य अधिकारियों की टीम तैनात है. मेडिकल एम्बुलेंस और आपातकालीन चिकित्सा व्यवस्था भी की गई है. आसपास बेरिकेडिंग और लाइटिंग की गई है. एक्सपर्ट से भी जरूरी मार्गदर्शन लिया जा रहा है.

बोरवेल में लगी 4 बड़ी मशीनें: कोरबा, बिलासपुर, रायगढ़ से बड़ी-बड़ी मशीने मंगाई गई है. जेसीबी द्वारा बोरवेल के कुछ मीटर पहले तक खुदाई भी कर ली गई है. बोरवेल के भीतर रस्सी गिराने के बाद भी राहुल द्वारा कोई रिस्पांस नहीं दिया जा रहा है. एनडीआरएफ द्वारा निर्णय लिया गया है कि जेसीबी से लगभग 60 से 65 फीट खुदाई कर टनल बनाया जाएगा और फंसे हुए बच्चे तक पहुंचा जाएगा. 4 बड़ी मशीनें लगाई गई है.

बच्चे को बाहर निकालने में जुटा प्रशासन: जांजगीर कलेक्टर जितेंद्र शुक्ला ने कहा कि ''घटना की जानकारी मिलने के बाद से बच्चे को बाहर निकालने का प्रयास किया जा रहा है. उसकी जिंदगी बचाने के लिए पर्याप्त ऑक्सीजन सिलेंडर हैं. बोरवेल के अंदर भी ऑक्सीजन लेवल मेंटेन किया गया है. खाने पीने का सामान भेजा जा रहा है. साथ ही बोर के पास खुदाई और रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. जिला प्रशासन बच्चे को बाहर निकालने में जुटी है. सभी लोग बच्चे के सकुशल रेस्क्यू के लिए दुआ भी कर रहे हैं.''

सीएम ने दिया हरसंभव मदद का भरोसा: मुख्यमंत्री ने जांजगीर-चांपा कलेक्टर जितेंद्र कुमार शुक्ला के मोबाइल पर वीडियो कॉल कर बच्चे की मां गीता साहू और पिता राम कुमार साहू सहित परिजनों से बात की. मां गीता साहू और पिता राम कुमार साहू ने जिला प्रशासन के रेस्क्यू ऑपरेशन पर संतुष्टि जताई. मुख्यमंत्री ने उन्हें ढांढस बांधते हुए निराश न होने की बात कही. सीएम ने घटना के संबंध में भी परिजनों से जानकारी ली. मुख्यमंत्री ने कहा कि ''पूरा शासन प्रशासन राहुल की सकुशल वापसी के लिए लगा हुआ है. आप लोग धैर्य रखें. राहुल की सकुशल वापसी होगी. हमारे लिए एक-एक जान कीमती है. राहुल को सकुशल निकालने के लिए पूरा प्रयास किया जा रहा है. मौके पर NDRF और SDRF की टीम मौजूद है. विशेषज्ञों को इस कार्य में लगाया गया है.''

राहुल साहू के बचाव के लिए रोबोट की ली जाएगी मदद: पिहरीद में बोरवेल में गिरे राहुल साहू के बचाव के लिए रोबोट की मदद ली जाएगी. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सूरत के रोबेट विशेषज्ञ से संपर्क करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं. सूरत के महेश अहीर ने अपने इनोवेशन बोरवेल रेसक्यू रोबोट की विशेषता को लेकर ट्विट किया था.

मूक बधिर है राहुल: बोरवेल में गिरा बच्चा राहुल मूक बधिर है. उसके सकुशल रेस्क्यू के लिए पूरा प्रदेश दुआ कर रहा है. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि बच्चे के सकुशल रेस्क्यू के लिए हरसंभव प्रयास किए जाएं. इसके बाद सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ राहुल को बोरवेल से निकालने में जुटी हुई है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर कलेक्टर, एसपी समेत पूरा प्रशासनिक अमला रात भर से घटना स्थल पर जुटा हुआ है.

टनल बनाकर राहुल को निकाला जाएगा: फिलहाल बोरवेल के पैरलल 50 फीट की खुदाई हो चुकी है. बोरवेल के पैरलल 60 फीट खुदने के बाद राहुल तक पहुंचने के लिए टनल बनायी जाएगी. फिलहाल राहुल को निकालने के लिए तेजी से रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है.


Last Updated : Jun 11, 2022, 5:51 PM IST
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