जांजगीर चांपा: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) राज्य अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष भानुप्रताप सिंह (Scheduled Castes Commission Chairman Bhanupratap Singh) के साथ सदस्य अर्चना पोर्ते जांजगीर चांपा जिले में संचालित एकलव्य स्कूल पलारी खुर्द पहुंचे. जिसके बाद उन्होंने छात्र-छात्राओं से मिल कर उनकी समस्या को जानने का प्रयास किया. बच्चों से चर्चा के दौरान हॉस्टल में खाने-पीने से लेकर छात्र-छात्राओं के आवास व्यवस्था (Hostel conditions) में गड़बड़ी और हॉस्टल अधीक्षक (Hostel superintendent), अधीक्षिका (superintendent) द्वारा किये जाने वाले व्यवहार को लेकर उन्होंने पूछताछ की.
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हॉस्टल अधीक्षक और अधीक्षिका को हटाने की मांग
दरअसल, जांजगीर चांपा (Janjgir Champa) जिला के बाराद्वार थाना (Baradwar police station) क्षेत्र के पलारी खुर्द (Palari Khurd) में संचालित शासकीय एकलव्य आवासीय विद्यालय (Government Eklavya Residential School) में पढ़ने वाले विद्यार्थियों (Students) को कई तकलीफों का सामना करना पड़ रहा है. शासन से 1565,64 लाख रुपए से बने स्कूल (School), हॉस्टल और स्टाप आवासीय परिसर के बाद भी छात्र छात्राओं को एक ही हॉस्टल भवन (Hostel building) में रखा जा रहा है. जिससे छात्र-छात्राओं के परिजनों (students families) को उनकी चिंता सताने लगी है. जबकि लड़कों के लिए स्कूल के दूसरी छोर में भवन बन कर तैयार है. शासन द्वारा अनुसूचित जनजाति वर्ग (ST Category) के बच्चों की अच्छी शिक्षा के लिए संचालित स्कूल के हॉस्टल अधीक्षक (Hostel superintendent) और अधीक्षिका की मनमानी और बच्चो के साथ दुर्व्यवहार को देखते हुए दोनों को हटाने की मांग की गई है. वहीं, मांग पूरा न होने पर हॉस्टल में बच्चों को न रखने की भी चेतावनी दी गई है.
शिकायत मिलने पर आयोग अध्यक्ष ने लिया संज्ञान
अभिभावकों की शिकायत पर अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष और सदस्य ने मामले को गंभीरता से लिया. हॉस्टल पहुंच उन्होंने अच्छी शिक्षा और आवास व्यवस्था अधीक्षक और अधिक्षिका का अच्छा बर्ताव हो इस पर कलेक्टर से चर्चा कर दोषियों पर कारवाई की बात कही. साथ ही बच्चों के हित में निर्णय लिए जाने का भरोसा दिलाया. बालकों के लिए बने होस्टल को शीघ्र लाइट और अन्य सुविधा के साथ शुरू कराने का भरोसा दिया.