जांजगीर चांपा: Livelihood College जांजगीर चांपा जिला मुख्यालय कचहरी चौक में भाजयुमो ने विरोध प्रदर्शन किया. भाजयुमो ने लाइवलीहुड कॉलेज के नोडल अधिकारी के खिलाफ भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है. भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी की. राज्य सरकार और जिला प्रशासन का पुतला भी दहन किया. भाजयुमो ने भ्रष्टाचार में शामिल अधिकारियों से बड़े अधिकारियों के सांठगांठ होने का आरोप भी लगाया है.
कलेक्टर को सौंपा था ज्ञापन: भाजयुमो ने लाइवलीहुड प्रशिक्षण घोटाले को लेकर 2 नवंबर को कलेक्टर तारण प्रकाश सिन्हा को ज्ञापन सौंपा था. जिसमें घोटाले से संबंधित समस्त दस्तावेज जमा किए थे. जिस पर कलेक्टर ने एडीएम के नेतृत्व में जांच टीम गठित की थी. लेकिन अब तक मामले में जांच आगे नहीं बढ़ सका है.
भाजयुमो का हल्लाबोल: मंडल अध्यक्ष भाजयुमो दिनेश राठौर का कहना है कि "मधुमक्खी पालन के लिए जिन महिलाओं को प्रशिक्षण देने की कागजी कार्रवाई कर शासन को चूना लगाया गया था, उस प्रशिक्षण को ही भाजयुमो ने फर्जी बताते हुए कलेक्टर को दस्तावेज देकर दोषी नोडल अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी. जिस पर अब तक कोई एक्शन नहीं होने से आक्रोशित भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने शासन प्रशासन का पुतला दहन किया."
फर्जी प्रशिक्षण का मामला: भाजयुमो ने लाइवलीहुड कॉलेज के नोडल अधिकारी विजय पाडेण्य के उपर फर्जी प्रशिक्षण कर राशि निकालने का आरोप लगाया है. मंडल अध्यक्ष भाजयुमो दिनेश राठौर का कहना है कि "स्व सहायता समूह की महिलाओं को मधुमक्खी पालन प्रशिक्षण देने के लिए 52 लाख की राशि लाइवलीहुड कॉलेज को स्वीकृत हुई थी. लेकिन किसी भी स्व सहायता समूह की महिलाओं को कोई भी प्रशिक्षण नहीं मिला."
नोडल अधिकारी के खिलाफ मोर्चा: भाजयुमो जिला अध्यक्ष सोनू यादव का कहना है कि "लावलिहूड कालेज में हुए भ्रष्टाचार की लिखित और दस्तावेज सौंपने के बाद एक महीने बीत गए. लेकिन इसके बाद भी जांच टीम के द्वारा अब तक जांच की प्रक्रिया पूरी नहीं की गई है."
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भाजयुमो ने फूंका नोडल अधिकारी का पुतला: मिली जानकारी के अनुसार मधुमक्खी पालन प्रशिक्षण के लिए टूल्स और समान की खरीदी निर्मल फाउंडेशन से की गई. जिन्हें 34 लाख आठ हजार 6 सौ रूपए का भुगतान किया गया. जिसे पूरी तरह से फर्जी बताया जा रहा है. फिलहाल मामले में जांच अधिकारी के सुस्त रवैये के कारण जांच आगे नहीं बढ़ सका है. जिसे लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं.