जांजगीर-चांपाः धान खरीदी के बाद धान के रख रखाव की समस्या खड़ी हो गई है. करीब 16 लाख क्विंटल से अधिक धान संग्रहण केंद्रों में जस का तस रखा हुआ है. बेमौसम बारिश से धान के भीगने का खतरा बढ़ गया है. मंगलवार रात से रुक-रुक कर हो रही बारिश के कारण खुले आसमान के नीचे धान, खरीदी केंद्रों में पड़े हैं.
बारिश में भीग रहा धान
विधायक और बीजेपी के प्रदेश महामंत्री नारायण चंदेल ने इस मुद्दे पर सरकार को घेरा है. धान के रख रखाव को लेकर भी उन्होंने सवाल उठाए हैं. भीगा हुआ धान समिति प्रभारियों के लिए सिर दर्द साबित हो रहा है. जिसको लेकर प्रभारी आंदोलन भी कर चुके हैं. प्रशासन और विपणन विभाग राइस मिल से धान का उठाव कराने में सफल नहीं हो पा रहा है. यही कारण है कि जिले में 16 लाख क्विंटल से भी अधिक धान खरीदी केंद्रों में पड़ा हुआ है.
-बेमेतरा: बैमौसम बारिश के कारण भीगा हजारों क्विंटल धान
धान की हो रही बर्बादी
धान उठाव में हो रही देरी की वजह से धान की बर्बादी को लेकर समिति प्रभारियों को काफी परेशानी हो रही है. जांजगीर-चांपा जिले में 196 सहकारी समितियों के 231 उपार्जन केंद्रों के माध्यम से लगभग 80 लाख क्विंटल धान की खरीदी हुई थी. जिसमें से अभी साढे 16 लाख क्विंटल धान समितियों में जाम पड़ा है. इस मामले को लेकर जांजगीर-चांपा जिले के वरिष्ठ भाजपा नेता और प्रदेश भाजपा के महामंत्री नारायण चंदेल ने सरकार और प्रशासन पर निष्क्रियता का आरोप लगाया है.