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स्कूल भवन की हालत जर्जर, उधार के भवन में भविष्य गढ़ रहे है मासूम - School building 30 years old

जांजगीर-चांपा में चंद्रपुर के सुरसी गांव में प्राथमिक स्कूल भवन की हालत जर्जर है. बच्चों को पंचायत भवन में बैठाकर पढ़ाया जा रहा है.

Bad Condition of primary school building in Janjgir Champa
स्कूल भवन की हालत जर्जर
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Published : Nov 26, 2019, 10:22 PM IST

Updated : Nov 27, 2019, 12:06 AM IST

जांजगीर-चांपाः चंद्रपुर विधानसभा के अंतर्गत डभरा ब्लॉक के सुरसी गांव में प्राथमिक स्कूल भवन की हालत जर्जर है. इसलिए बच्चे वैकल्पिक व्यवस्था में बैठकर पढ़ने को मजबूर हैं. शिक्षको और ग्रामीणों ने स्कूल की बदहाली को लेकर प्रशासन से कई बार शिकायत की है, बावजूद इसके स्कूल के लिए नए भवन का निर्माण नहीं हुआ है.

स्कूल भवन की हालत जर्जर

ग्रामीणों के मुताबिक गांव में नए स्कूल के निर्माण के लिए प्रशासन ने 5 फरवरी 2018 को 12 लाख 36 हजार रुपए की राशि स्वीकृत की थी, लेकिन जिला पंचायत जांजगीर के तात्कालीन CEO ने आदेश को निरस्त कर दिया था.

30 साल पुराना है भवन
स्कूल के हेड मास्टर उर्मिला सिदार ने बताया कि स्कूल भवन 30 साल पुराना है, बारिश के दिनों में भवन की छत से पानी टपकता है जिसकी वजह से स्कूल पानी से लबालब भर जाता है. दीवारों पर जगह-जगह दरारें पड़ गई है. इसके अलावा छत से प्लास्टर भी गिर रहे हैं और फर्श भी उखड़ रहा है. उन्होंने बताया कि ऐसी स्थिति में बच्चों को वहां बैठाकर पढ़ाने में खतरा है. इसलिए पिछले दो साल से स्कूल को पंचायत भवन में संचालित किया जा रहा है.

पंचायत भवन में स्कूल का संचालन
ग्राम पंचायत सुरसी के सरपंच ने बताया कि प्राथमिक शाला में कुल 40 बच्चे हैं. जिन्हें पिछले दो साल से पंचायत भवन के एक कमरे में बैठाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि कभी-कभी ग्राम पंचायत की बैठक की वजह से बच्चों को छुट्टी देनी पडती है. जिससे उनकी पढ़ाई में रुकावट आती है. उन्होंने बताया कि गांव में नए स्कूल भवन बनाने की बहुत जरुरत है. जिससे बच्चों की पढ़ाई सुचारू रुप से चल सके.

जांजगीर-चांपाः चंद्रपुर विधानसभा के अंतर्गत डभरा ब्लॉक के सुरसी गांव में प्राथमिक स्कूल भवन की हालत जर्जर है. इसलिए बच्चे वैकल्पिक व्यवस्था में बैठकर पढ़ने को मजबूर हैं. शिक्षको और ग्रामीणों ने स्कूल की बदहाली को लेकर प्रशासन से कई बार शिकायत की है, बावजूद इसके स्कूल के लिए नए भवन का निर्माण नहीं हुआ है.

स्कूल भवन की हालत जर्जर

ग्रामीणों के मुताबिक गांव में नए स्कूल के निर्माण के लिए प्रशासन ने 5 फरवरी 2018 को 12 लाख 36 हजार रुपए की राशि स्वीकृत की थी, लेकिन जिला पंचायत जांजगीर के तात्कालीन CEO ने आदेश को निरस्त कर दिया था.

30 साल पुराना है भवन
स्कूल के हेड मास्टर उर्मिला सिदार ने बताया कि स्कूल भवन 30 साल पुराना है, बारिश के दिनों में भवन की छत से पानी टपकता है जिसकी वजह से स्कूल पानी से लबालब भर जाता है. दीवारों पर जगह-जगह दरारें पड़ गई है. इसके अलावा छत से प्लास्टर भी गिर रहे हैं और फर्श भी उखड़ रहा है. उन्होंने बताया कि ऐसी स्थिति में बच्चों को वहां बैठाकर पढ़ाने में खतरा है. इसलिए पिछले दो साल से स्कूल को पंचायत भवन में संचालित किया जा रहा है.

पंचायत भवन में स्कूल का संचालन
ग्राम पंचायत सुरसी के सरपंच ने बताया कि प्राथमिक शाला में कुल 40 बच्चे हैं. जिन्हें पिछले दो साल से पंचायत भवन के एक कमरे में बैठाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि कभी-कभी ग्राम पंचायत की बैठक की वजह से बच्चों को छुट्टी देनी पडती है. जिससे उनकी पढ़ाई में रुकावट आती है. उन्होंने बताया कि गांव में नए स्कूल भवन बनाने की बहुत जरुरत है. जिससे बच्चों की पढ़ाई सुचारू रुप से चल सके.

Intro:स्लग:- स्कूल भवन की हालत दयनीय। एंकर:- चंद्रपुर विधान सभा के अंतर्गत ब्लॉक डभरा क्षेत्र के कई प्राथमिक शालाओ में भवन नहीं है अधिकांश विद्यालयों के भवन जर्जर हो चुके हैं लगातार शिकायत के बाद भी नए भवन की स्वीकृति आज तक नहीं मिली है ऐसे ही मामला ब्लॉक डभरा क्षेत्र के ग्राम सुरसी एवं कबारीपाली की है जहां शासन द्वारा शासकीय प्राथमिक शाला खोला गया है परंतु भवन की हालत अति जर्जर हो चुका है नौनिहाल कभी जर्जर भवन में पढ़ाई करते हैं तो कभी उधारी के भवन में पढ़ाई करते हैं वही आज अपने बदहाली के लिए शासकीय प्राथमिक शाला सुरसी आंसू बहा रहा है । जिस कारण बच्चों को पढ़ाई करने में भारी परेशानी हो रही है ग्राम सुरसी के शासकीय प्राथमिक शाला विद्यालय 30 वर्षों पूर्व निर्मित भवन में कक्षाएं लग रही है जबकि भवन की हालत जीर्ण शीर्ण हो चुका है जगह-जगह दिवार में दरारें वह छत के प्लास्टर गिर रहे हैं और गिर चुके हैं फर्श उखड़ चुका है बारिश में पूरा भवन पानी में लबालब भर जाता है कभी भी विद्यालय भवन गिर सकता है जिससे नौनिहालों की जान को खतरा है वही नौनिहाल अपने जान को जोखिम में डालकर इस जर्जर भवन में पढ़ाई कर रहे हैं जबकि इस विद्यालय में कुल 40 बच्चे एक कमरे में बैठकर पढ़ाई करते हैं इनका भविष्य अंधकार में है वही शासकीय प्राथमिक शाला सुरसी के लिए शासन द्वारा दिए गए नए भवन हेतु 5 फरवरी 2018 को 18 लाख 36 हजार राशि स्वीकृत की गई थी परंतु जिला पंचायत जांजगीर के तत्कालीन सीओ द्वारा आदेश को निरस्त कर दिया।। वहीं एक तरफ सरकार शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने की बात करती है तो दूसरी तरफ नौनिहालों के लिए समुचित सुविधा वाले भवन नसीब नहीं हो पा रहा है ऐसे में कैसे शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होगी सर्व शिक्षा अभियान का नारा सब पढ़े सब बढ़े का नारा यहां उल्टा साबित हो रहा है बाइट:- उर्मिला सिदार प्रधान पाठक प्राथमिक शाला सुरसी बाइट:- हेमंत पटेल सरपंच ग्राम पंचायत सुरसी बाइट:- रोहित कुर्रे बी ई ओ डभराBody:ददConclusion:''
Last Updated : Nov 27, 2019, 12:06 AM IST
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