जांजगीर-चांपाः चंद्रपुर विधानसभा के अंतर्गत डभरा ब्लॉक के सुरसी गांव में प्राथमिक स्कूल भवन की हालत जर्जर है. इसलिए बच्चे वैकल्पिक व्यवस्था में बैठकर पढ़ने को मजबूर हैं. शिक्षको और ग्रामीणों ने स्कूल की बदहाली को लेकर प्रशासन से कई बार शिकायत की है, बावजूद इसके स्कूल के लिए नए भवन का निर्माण नहीं हुआ है.
ग्रामीणों के मुताबिक गांव में नए स्कूल के निर्माण के लिए प्रशासन ने 5 फरवरी 2018 को 12 लाख 36 हजार रुपए की राशि स्वीकृत की थी, लेकिन जिला पंचायत जांजगीर के तात्कालीन CEO ने आदेश को निरस्त कर दिया था.
30 साल पुराना है भवन
स्कूल के हेड मास्टर उर्मिला सिदार ने बताया कि स्कूल भवन 30 साल पुराना है, बारिश के दिनों में भवन की छत से पानी टपकता है जिसकी वजह से स्कूल पानी से लबालब भर जाता है. दीवारों पर जगह-जगह दरारें पड़ गई है. इसके अलावा छत से प्लास्टर भी गिर रहे हैं और फर्श भी उखड़ रहा है. उन्होंने बताया कि ऐसी स्थिति में बच्चों को वहां बैठाकर पढ़ाने में खतरा है. इसलिए पिछले दो साल से स्कूल को पंचायत भवन में संचालित किया जा रहा है.
पंचायत भवन में स्कूल का संचालन
ग्राम पंचायत सुरसी के सरपंच ने बताया कि प्राथमिक शाला में कुल 40 बच्चे हैं. जिन्हें पिछले दो साल से पंचायत भवन के एक कमरे में बैठाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि कभी-कभी ग्राम पंचायत की बैठक की वजह से बच्चों को छुट्टी देनी पडती है. जिससे उनकी पढ़ाई में रुकावट आती है. उन्होंने बताया कि गांव में नए स्कूल भवन बनाने की बहुत जरुरत है. जिससे बच्चों की पढ़ाई सुचारू रुप से चल सके.