जांजगीर-चांपा: जिले के चंद्रपुर विधानसभा क्षेत्र के अड़भार नगर पंचायत में कई सालों से निर्मित बस स्टैंड देखरेख के अभाव में खंडहर में तब्दील होने लगा है. नगर पंचायत इसकी देखरेख नहीं कर पा रहा है, लिहाजा 13 सालों से स्थानीय लोगों को इस बस स्टैंड का लाभ नहीं मिल पाया है.
दरअसल, अड़भार के लिए बस स्टैंड का निर्माण नगर पंचायत ने साल 2007-2008 में करीब 17 लाख रुपए की लागत से कराया था, जो आज तक उपयोग में नहीं लाया गया है. लाखों की लागत से निर्मित प्रतीक्षा बस स्टैंड आज तक शुरू नहीं किया जा सका है. बस स्टैंड के आस-पास कचरे का ढेर है. लोगों ने बताया कि बस स्टैंड में साफ-सफाई नहीं होने के कारण यहां गंदगी बढ़ती ही जा रही है. वहीं देखरेख के अभाव में खंडहर में बदलता जा रहा है.
बस स्टैंड की दीवारों में आ चुकी है दरार
लोगों का कहना है कि इस बस स्टैंड में आज तक एक भी बस नहीं रुकी है. नगर पंचायत से दूर मैदान में बस स्टैंड बनाया गया था, जिससे यहां बसों का ठहराव हो सके और आम यात्रियों को इसका फायदा मिले, लेकिन यह सब उल्टा साबित हो रहा है. 13 सालों से यह बस स्टैंड बनकर तैयार है, जो अब धीरे-धीरे जर्जर होने लगा है. बस स्टैंड की दीवारों में दरार आ चुकी है.
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लोगों ने बताया कि बारिश के समय छत से पानी टपकता है. दरवाजे टूट रहे है. साथ ही अब बस स्टैंड असामाजिक तत्वों का अड्डा बन रहा है. शाम होते ही शराबी यहां इकट्ठा हो जाते है, जिनकी वजह से इस रास्ते पर आम लोगों का चलना मुश्किल हो गया है. यात्रियों की सुविधा के लिए बनाया गया बस स्टैंड अब मनचलों का अड्डा बन चुका है.
बस स्टैंड में नहीं है बिजली की व्यवस्था
स्थानियों का कहना है कि बस स्टैंड में बिजली की व्यवस्था नहीं है, जिसकी वजह से यहां असामाजिक तत्वों का आना जाना बढ़ रहा है. स्थानीय लोगों ने बताया कि इसकी शिकायत वे कई बार कर चुके है, लेकिन फिर भी नगर पंचायत के जनप्रतिनिधि और अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे है, जिसकी वजह से अब यह बस स्टैंड खंडहर बनता जा रहा है.