जांजगीर-चांपा: पांच साल पहले एक महिला पर जादू-टोना का आरोप लगाकर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया गया था. इसके अलावा महिला को निर्वस्त्र कर गांव में घुमाया गया था. इस मामले में विशेष न्यायाधीश एट्रोसिटी ने 8 दोषियों को 20-20 साल की सश्रम करावास की सजा सुनाई है.
साथ ही टोनही प्रताड़ना अधिनियम के तहत 9 अन्य दोषियों पर अर्थ दण्ड लगाया गया है.
साढ़े 5 साल बाद कोर्ट ने यह फैसला सुनाया है. अदालत ने मामले में सख्त टिप्पणी करते हुए इसे महिलाओं के साथ होने वाला गंभीर अपराध बताया है. साथ ही दोषियों को कोई रियायत न देने की बात कही है.
जांजगीर चांपा के बलौदा थाना क्षेत्र में एक महिला पर जादू टोना का अरोप लगाते हुए पहले उससे साथ मारपीट की गई और फिर उसे आपत्तिजनक हालत में पूरे गांव में घुमाया गया था. इसके बाद महिला को गांव के बाहर ले जाकर 8 लोगों ने उसके साथ सामूहिक बलात्कार भी किया था.
पूरा मामला 13 दिसंबर 2013 का है. मामले में चौंकाने वाला पहलू यह भी था कि इस घृणित अपराध में गांव की महिलाएं भी शामिल थी. गांव के कुल 17 लोग इस प्रताड़ना में शामिल थे. अदालत ने 3 महिलाओं सहित 9 लोगों पर टोनही प्रताड़ना अधिनियम के तहत अर्थ दण्ड लगाया है.