ETV Bharat / state

बस्तर: कोरोना से मौत के बाद ग्रामीणों ने शव को जमीन में दफनाने से रोका - बस्तर न्यूज

बस्तर में कोरोना से 25 साल के युवक की हुई मौत हो गई. जिसके बाद शव को दफनाने गए प्रशासन की टीम का ग्रामीणों ने विरोध कर दिया. प्रशासनिक अधिकारियों के लाख समझाने के बाद भी जब ग्रामीण नहीं माने तो शव को मेडिकल कॉलेज के मर्च्युरी में लाकर रखा गया है.

burial of corona patient dead
कोरोना मरीज के शव को दफनाने से रोका
author img

By

Published : Aug 10, 2020, 11:01 PM IST

Updated : Jul 25, 2023, 7:57 AM IST

जगदलपुर: बस्तर जिले में कोरोना से 25 साल के युवक की हुई मौत हो गई. जिसके बाद शव को दफनाने गए प्रशासन की टीम का ग्रामीणों ने विरोध कर दिया. ग्रामीणों ने प्रशासन को शव दफनाने के लिए अपनी जमीन नहीं देने की बात कही है. प्रशासन की टीम ने ग्रामीणों को मनाने की लाख कोशिश की लेकिन इसके बावजूद ग्रामीण नहीं माने. मजबूरी में शव को मेडिकल कॉलेज के मर्च्युरी में लाकर रखा गया है, शव को दफनाने के लिए प्रशासन की टीम जमीन तलाश कर रही है.

बस्तर जिले में भी कोरोना के केस लगातार बढ़ते जा रहे है. वहीं बीते दिनों लोहंडीगुडा के एक 25 वर्षीय युवक की डिमरापाल मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान मौत हो गई. युवक का कोरोना टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आया. डाक्टरों ने भी मौत की वजह कोरोना ही बताई है.

कोरोना मरीज के शव को दफनाने से रोका

कोरोना महामारी से बस्तर में यह दूसरी मौत है. जिसकी सूचना से बस्तरवासी सकते में आ गए थे. मृतक के अंतिम संस्कार के लिए जिला प्रशासन ने डिमरापाल मेडिकल कॉलेज के पास के ही गांव पामेला के पास दफनाने की व्यवस्था की थी. शव को दफनाने के लिए जेसीबी मशीन से खुदाई भी कर ली गई. पर जैसे ही ग्रामीणों को इसकी सूचना मिली सभी मौके पर एकत्रित हो गए.

पढ़ें-रायपुर: एंटी करप्शन ब्यूरो में पदस्थ क्लर्क ने फांसी लगाकर की आत्महत्या, जांच में जुटी पुलिस

ग्रामीणों ने कोरोना से मौत के बाद शव को अपने क्षेत्र में दफनाने का विरोध किया. पामेला गांव के ही ग्रामीण हरिराम मौर्य ने कहा कि ग्रामीणों की जानकारी के बिना इस जगह पर शव को दफनाने की कोशिश की जा रही है. गांव में पहले ही जमीन की कमी है ऐसे में शव दफनाने के लिए वे जमीन नहीं दे सकते. प्रशासनिक अधिकारियों के लाख समझाने के बाद भी जब ग्रामीण नहीं माने तो शव को मेडिकल कॉलेज के मर्च्युरी में लाकर रखा गया है.

जगदलपुर: बस्तर जिले में कोरोना से 25 साल के युवक की हुई मौत हो गई. जिसके बाद शव को दफनाने गए प्रशासन की टीम का ग्रामीणों ने विरोध कर दिया. ग्रामीणों ने प्रशासन को शव दफनाने के लिए अपनी जमीन नहीं देने की बात कही है. प्रशासन की टीम ने ग्रामीणों को मनाने की लाख कोशिश की लेकिन इसके बावजूद ग्रामीण नहीं माने. मजबूरी में शव को मेडिकल कॉलेज के मर्च्युरी में लाकर रखा गया है, शव को दफनाने के लिए प्रशासन की टीम जमीन तलाश कर रही है.

बस्तर जिले में भी कोरोना के केस लगातार बढ़ते जा रहे है. वहीं बीते दिनों लोहंडीगुडा के एक 25 वर्षीय युवक की डिमरापाल मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान मौत हो गई. युवक का कोरोना टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आया. डाक्टरों ने भी मौत की वजह कोरोना ही बताई है.

कोरोना मरीज के शव को दफनाने से रोका

कोरोना महामारी से बस्तर में यह दूसरी मौत है. जिसकी सूचना से बस्तरवासी सकते में आ गए थे. मृतक के अंतिम संस्कार के लिए जिला प्रशासन ने डिमरापाल मेडिकल कॉलेज के पास के ही गांव पामेला के पास दफनाने की व्यवस्था की थी. शव को दफनाने के लिए जेसीबी मशीन से खुदाई भी कर ली गई. पर जैसे ही ग्रामीणों को इसकी सूचना मिली सभी मौके पर एकत्रित हो गए.

पढ़ें-रायपुर: एंटी करप्शन ब्यूरो में पदस्थ क्लर्क ने फांसी लगाकर की आत्महत्या, जांच में जुटी पुलिस

ग्रामीणों ने कोरोना से मौत के बाद शव को अपने क्षेत्र में दफनाने का विरोध किया. पामेला गांव के ही ग्रामीण हरिराम मौर्य ने कहा कि ग्रामीणों की जानकारी के बिना इस जगह पर शव को दफनाने की कोशिश की जा रही है. गांव में पहले ही जमीन की कमी है ऐसे में शव दफनाने के लिए वे जमीन नहीं दे सकते. प्रशासनिक अधिकारियों के लाख समझाने के बाद भी जब ग्रामीण नहीं माने तो शव को मेडिकल कॉलेज के मर्च्युरी में लाकर रखा गया है.

Last Updated : Jul 25, 2023, 7:57 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.