जगदलपुर: नगरीय निकाय चुनाव के बाद परिणाम को लेकर बीजेपी कार्यालय में एक गुमनाम पत्र आया है. बीजेपी के एक गुमनाम कार्यकर्ता ने यह शिकायती पत्र भेज कर बीजेपी पार्षद पर बड़ा आरोप लगाया है और बीजेपी की हार का ठीकरा एक वरिष्ठ भाजपा नेता पर फोड़ा है.
यह पत्र निगम के बीते कार्यकाल में बीजेपी के पार्षद और नेता प्रतिपक्ष संजय पांडेय के लिए लिखा गया है. जिसमें उनपर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने अपने पद पर रहते हुए कोई काम नहीं किया और ज्यादातार वार्डों में निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर इनकी टीम के लोगों ने ही बीजेपी को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया है.
गुमनाम पत्र ने सभी को चौंकाया
दरअसल, नगरीय निकाय चुनाव के बाद कांग्रेस को बहुमत मिली और अब वो शहर में अपना नया महापौर बनाने प्रत्याशी की तलाश कर रही है. वहीं बीजेपी हार के कारणों पर मंथन कर रही है. इसी बीच एक गुमनाम पत्र ने सभी को चौंका दिया है.
यह गुमनाम पत्र जिसने भी लिखा है उसने खुद को बीजेपी का वरिष्ठ कार्यकर्ता बताया है और निगम चुनाव में बीजेपी को कम सीटें मिलने का ठीकरा भाजपा नेता संजय पांडेय पर फोड़ते हुए उनपर कई गंभीर आरोप भी लगाए हैं.
पत्र में बीजेपी नेता संजय पांडेय पर लगाए गए आरोप
इस गुमनाम पत्र में संजय पांडे पर आरोप लगाया गया है कि नेता प्रतिपक्ष रहते हुए उनका कार्यकाल पूरी तरह असफल था और उन्होंने कभी भी अपनी भूमिका और जिम्मेदारी से नहीं निभाई. इतना ही नहीं उनपर कांग्रेस के महापौर जतिन जायसवाल से पैसे लेकर मैनेज होने का संगीन आरोप भी लगाया गया है.
हालांकि इस पत्र के सामने आने के बाद अब बीजेपी नेता संजय पांडेय ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि चुनाव के पहले भी इस तरह का एक पत्र आया था. जिसमें उनके चरित्र की हत्या की गई थी, पर उसका जवाब जनता ने दे दिया और वे भारी मतों से विजयी हुए हैं.
'पत्र लिखने वाला है सड़क छाप नेता'
संजय पांडेय ने कहा कि इस पत्र को लिखने वाले ने खुद को वरिष्ठ बताया है पर लिखने के तरीके से सामने वाले ने साबित कर दिया है कि वह एक सड़क छाप नेता है और यह काम पूरी तरह से साजिश के तौर किया गया है. इस पत्र से उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता और इसकी जानकारी संगठन के वरिष्ठ नेताओं तक पहुंचा दी गई है. वहीं मामले की जांच कर संगठन उचित कार्रवाई करेगा.