जगदलपुर: देश में मिनी नियाग्रा के नाम से मशहूर बस्तर का चित्रकोट जलप्रपात पूरे देश में अपनी खूबसूरती के लिए मशहूर है. यही वजह है कि हर साल खासकर नए साल के मौके पर देश-विदेश से बड़ी संख्या में सैलानी और पर्यटक बस्तर पहुंचते हैं और इस मनोरम दृश्य का लुत्फ उठाते हैं. लेकिन इस बार पहला मौका है जब नए साल के मौके पर कोविड की वजह से पर्यटकों की संख्या घटी है. इसके बाद भी देश के कोने-कोने से पर्यटक इस खूबसूरत जलप्रपात को देखने और निहारने पहुंच रहे हैं.
कोविड 19 को देखते हुए इस बार जिला प्रशासन ने इस पर्यटन स्थल में सुरक्षा के खास इंतजाम कर रखे हैं. हालांकि पर्यटकों का कहना है कि नए साल के मौके पर लगातार बढ़ रहे पर्यटकों की संख्या को देखते हुए पर्यटन विभाग को और भी यहां पर व्यवस्था दुरुस्त की जानी थी.
पर्यटन को बढ़ाए जाने की जरूरत
जगदलपुर से करीब 50 किलोमीटर की दूरी पर स्थित चित्रकोट जलप्रपात को देखे बिना बस्तर दर्शन अधूरा है. बिलासपुर से पहुंचे पर्यटक का कहना है कि चित्रकोट जलप्रपात नैसर्गिक सौंदर्य से परिपूर्ण हैं. इसका नजारा देखते ही बनता है, लेकिन जिला प्रशासन को पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए और भी काम करने की जरूरत है. खासकर बस्तर में नक्सलवाद का जो भय बना हुआ है उसे दूर करना चाहिए और सुरक्षाबलों को तैनात किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि पर्यटन स्थलों में गाइड की भी जरुरत है.
कुछ हुए संतुष्ट, तो कुछ असंतुष्ट
कुछ पर्यटकोम का कहना है कि पिछले कुछ सालों के मुकाबले इस साल चित्रकोट पर्यटन स्थल में काफी कुछ सुधार देखने को मिले हैं. साफ सफाई की व्यवस्था दुरुस्त की गई है और नए निर्माण कार्य भी देखने को मिले हैं. साथ ही रुकने के लिए रिसोर्ट भी अवेलेबल है. वहीं कोरोना महामारी को देखते हुए यहां मौजूद जवानों और समिति के सदस्य लगातार डेंजर जोन इलाके में न जाने और नियमों का पालन करने के लिए अनाउंस्मेंट भी कर रहे हैं.
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चेंजिंग रूम की होनी चाहिए व्यवस्था
एक महिला पर्यटक का कहना है कि चूंकि चित्रकोट जलप्रपात पानी वाली जगह है. ऐसे में सभी का मन होता है कि वे पानी में खेले, बोटिंग करें. ऐसे में यहां चेंजिंग रूम की व्यवस्था महिलाओं के लिए की जानी चाहिए. साथ ही महिला गाईड की भी तैनाती होनी चाहिए.
डेंजर जोन में जवानों को किया गया तैनात
पिछले कुछ सालों में हुए हादसों को देखते हुए इस बार चित्रकोट में पुलिस जवानों की भी तैनाती की गई है. कुछ महीने पहले यहां की सुरक्षा को लेकर ETV भारत ने भी प्रमुखता से खबर चलाई थी. जिसके बाद पुलिस प्रशासन ने मामले को संज्ञान में लेते हुए यहां पर कुछ महीनों से और नए साल में पर्यटकों की संख्या को देखते हुए 10 से अधिक पुलिस कर्मियों को तैनात किया है. जो पर्यटकों को डेंजर जोन में जाने से रोक कर रहे हैं और उनकी सुरक्षा का भी ख्याल रखा गया है.
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पर्यटन स्थल समिति का गठन
कोरोना महामारी को देखते हुए बस्तर कलेक्टर ने स्थानीय ग्रामीणों की एक समिति गठित की है. इस समिति में कुल 20 लोग हैं जो पर्यटन स्थल पहुंचने वाले पर्यटकों को मास्क पहनने के लिए अनाउंस्मेंट कर उन्हें जागरूक कर रहे हैं. साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की भी समझाइश दी जा रही है. बिना मास्क वाले लोगों पर चालानी कार्रवाई करने की चेतावनी भी दी जा रही है.
पर्यटक बरत रहे लापरवाही
कुछ पर्यटक लापरवाही बरतते नजर आ रहे हैं. कई पर्यटक गाइडलाइन का पालन नहीं कर रहे है और बिना मास्क के घूमते हुए दिख रहे हैं. समिति के सदस्य इन्हें भी समझाइश दे रहे हैं.
व्यापारियों को मिली राहत
एक तरफ जहां नए साल के मौके पर इन पर्यटन स्थलों में लोग नए साल का जश्न मनाने बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ पिछले 8 महीनों से आर्थिक तंगी की मार झेल रहे स्थानीय लोगों को इससे राहत मिली है. हालांकि कोविड को देखते हुए जिला प्रशासन को भी व्यवस्था दुरुस्त किए जाने की जरूरत है. इसके अलावा इको-पर्यटन स्थल को बढ़ावा देने के लिए और भी सुविधाओं का ख्याल रखा जाना चाहिए.