जगदलपुर : विधानसभा और लोकसभा चुनाव के बाद अब नगरीय निकाय चुनाव की तैयारी भी शुरू कर दी गई हैं. चुनाव से पहले वार्डों की सीमा तय करने में निगम प्रशासन जुटा हुआ है, इसके लिए नगर निगम में नए सिरे से परिसीमन शुरू हो गया है, ताकि वार्डों की जनसंख्या एक बराबर हो.
दरअसल, इस समय वार्डों की आबादी अलग-अलग है, किसी वार्ड में दो हजार हैं तो किसी में एक हजार तक मतदाता हैं. निगम क्षेत्र में दो हजार से अधिक आबादी वाले 30 वार्ड हैं, जिन्हें रिवाइज किया जा रहा है. बताया जा रहा है कि वार्डों का परिसीमन होने से आरक्षण भी प्रभावित होगा, लेकिन वार्डों की संख्या में कोई परिवर्तन नहीं होगा.
निगम महापौर जतिन जायसवाल ने बताया कि, 'अब तक बनाए गए प्रस्ताव के मुताबिक वार्डों की संख्या में किसी तरह का बदलाव नहीं होगा, सिर्फ जनसंख्या को एक बराबर किया जाएगा'. उन्होंने बताया कि, 'कुछ महीने पहले नगरीय प्रशासन विभाग के सचिव निरंजन दास ने सभी निकायों के आयुक्तों और सीएमओ से उनके निकायों में वर्तमान वार्डों की संख्या और शहर की जनसंख्या के आंकड़े मांगे थे और 25 दिनों के अंदर पूरे वार्डों का परिसीमन कर भेजा जाना है'.
आरक्षण भी होगा प्रभावित
उन्होंने बताया कि, 'इस परिसीमन के बाद नगर निगम के 1 वार्ड की आबादी लगभग ढाई हजार से 2 हजार 800 के बीच होगी'. इधर वार्डों का परिसीमन होने से आरक्षण भी प्रभावित होगा, आरक्षण बदलने के कारण कई पार्षदों को दोबारा चुनाव लड़ने का मौका नहीं मिलेगा.
इन वार्डों में सबसे ज्यादा लोग
इस समय नगर निगम के कई वार्डों की आबादी डेढ़ हजार से कम है तो कुछ की जनसंख्या ढाई हजार से ज्यादा है, सबसे अधिक आबादी वाले इलाकों में प्रताप देव वार्ड और बालाजी वार्ड को माना जा रहा है.
पिछले परिसीमन में बढ़े थे 8 वार्ड
नगर निगम जगदलपुर का पिछला परिसीमन साल 2014 में किया गया था, नए परिसीमन से जगदलपुर में 8 वार्ड बढ़ गए थे. जिससे वार्डों की संख्या 40 से बढ़कर 48 हो गई थी. जानकारी के मुताबिक साल 2014 - 15 में करीब 80 हजार वोटर थे, जबकि इस साल लगभग 92 हजार वोटर मतदान करेंगे.