जगदलपुर: देश के सभी राज्यों को स्वच्छ भारत मिशन से जोड़कर अपने क्षेत्र को स्वच्छ बनाने के लिए अभियान शुरू (Swachh Bharat mission in bad condition in Bastar) किया गया. स्वच्छ भारत के लिए फंड भी जारी किया गया लेकिन बस्तर में फैली गंदगी से स्वच्छ भारत अभियान की धज्जियां उड़ रही है. जगदलपुर शहर से निकलने वाले कचरे को डंप कर पहाड़ के रूप में तब्दील कर दिया गया है. इस डंपिंग यार्ड से निकलने वाली बदबू की वजह से आसपास के लोग परेशान हैं. लोग बीमारी का शिकार भी हो रहे हैं. Bastar latest news
रोज परेशानियों का सामना कर रहे वार्डवासी: वार्ड के निवासी राजेश कुमार नेताम ने बताया कि "कचरे के डंप यार्ड की वजह से रोज परेशानियों का सामना करना पड़ता है. शहर के चारों इलाके से कचरे को उठाकर हमारे वार्ड में डंप किया जाता है. लेकिन हमारे ही वार्ड में साफ सफाई की व्यवस्था पूरी तरह से लचर है." उन्होंने यह भी बताया कि "बदबू की वजह से बहुत से ग्रामीण बीमारी की अवस्था में हैं. वार्डवासी आने वाले समय में कचरे से निकलने वाले बदबू की वजह से गंभीर बीमारियों के शिकार भी हो सकते हैं."
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वार्डवासी दफ्तर का खटखटा रहे दरवाजा: वार्ड के निवासी राजेश कुमार नेताम ने बताया कि "इस वार्ड में पानी की गंभीर समस्या बनी हुई है. लगातार वार्डवासी अपनी समस्याओं को लेकर जिम्मेदार अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों के दफ्तर का दरवाजा खटखटा रहे हैं. लेकिन जिम्मेदारों ने इनकी मांगों को अनसुनी कर दी."
चुनाव में वोटिंग के बहिष्कार की दी चेतावनी: उन्होंने बताया कि "उनकी यह समस्या दूर होगी, इसी उम्मीद से उन्होंने अपने मताधिकार का प्रयोग करते हुए वोट दिया था. लेकिन जिम्मेदार जनप्रतिनिधि वार्ड का रुख नहीं कर रहे." परेशान वार्ड वासियों का कहना है कि आने वाले चुनाव में वे अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं करेंगे. क्योंकि भाजपा और कांग्रेस दोनों ही वोट के लिए उन तक पहुंचते हैं. चुनाव खत्म होते ही ग्रामीणों से उनका नाता खत्म हो जाता है.
निगम के जिम्मेदारों की लापरवाही: देश के सभी नगर निगम को डंपिंग यार्ड में रिसाइकिलिंग मशीन लगाने के लिए व कचरे के खाद बनाने के लिए करोड़ों रूपये की राशि भी दिया गया है. लेकिन जगदलपुर नगर निगम के जिम्मेदारों ने इस ओर कोई कदम अभी तक नहीं उठाया. जिसका खामियाजा लगातार आसपास से वार्डवासियों को प्रतिदिन उठाना पड़ रहा है.