बस्तर: शिक्षा से ही विकास संभव है. हालांकि छत्तीसगढ़ के कुछ अंदरूनी क्षेत्रों में शिक्षा के लिए बच्चों को काफी जद्दोजहद करना पड़ता है. इस बीच रविवार को बस्तर के एक स्कूल में अनेक विधाओं की प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. इस प्रतियोगिता के माध्यम से बच्चों ने अपनी कला का प्रदर्शन किया. इसमें पाक कला, चित्रकला सहित कई विधाएं शामिल थी. प्रतियोगिता में स्कूल के कई बच्चों ने हिस्सा लिया.
बच्चों ने किया कला का प्रदर्शन: दरअसल, हम बात कर रहे हैं बस्तर जिले के तोकापाल विकासखंड के हायर सेकेंडरी स्कूल केशलूर की. यहां "शिक्षा एक संकल्प" मेला का आयोजन किया गया. इस मेले में सैंकड़ों की तादाद में स्कूल के बच्चे शामिल हुए. बच्चों ने विभिन्न विधाओं के माध्यम से अपनी-अपनी कला का प्रदर्शन किया. ताकि बच्चे प्रायोगिक तरीके से सीख सकें. इस मेले में सैकड़ों की संख्या में छात्र-छात्राएं, शिक्षक, परिजन और स्थानीय जनप्रतिनिधि शामिल हुए. जहां बच्चों ने अपनी कला का प्रदर्शन किया.
क्या कहते हैं बच्चे: प्रतियोगिता में भाग लेने वाली छात्रा मुस्कान ने कहा कि "शिक्षा मेला में उन्होंने अपनी कला का प्रदर्शन किया है. घर से गुलाब जामुन बनाकर वो लाई हैं. इसे बेच रही हैं." वहीं, अन्य छात्रा ने कहा कि वो चाट बना कर लाई है. इस मेले में वो अपनी पाक कला का प्रदर्शन कर रही है." एक अन्य छात्र आराधना कश्यप ने बताया कि, "शिक्षा मेले के आयोजन की जानकारी लगते ही उन्होंने अपनी कला का प्रदर्शन गणित और विज्ञान से संबंधित मॉडल और चित्र बना कर किया है. जिसे सभी शिक्षक, बच्चे और अन्य लोग देख रहे हैं. ये प्रतियोगिता एक अलग अनुभव है."
अनेक विधाओं पर हुआ मेले का आयोजन: इस स्कूल की प्राचार्या के धनलक्ष्मी ने बताया कि, " स्कूल में आज "शिक्षा एक संकल्प" मेले का आयोजन किया गया है. इसका उद्देश्य बच्चों की पढ़ाई और उनकी शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाना है. इस मेले में विभिन्न विधाओं पर फोकस किया गया है. ताकि बच्चें इसमे रुचि लें. यहां वाद-विवाद प्रतियोगिता, चित्रकला, पाक कला, भाषण का आयोजन किया गया है. आगामी दिनों में विधाओं को बढ़ाकर अन्य मेले भी आयोजत किए जाएंगे. ताकि बच्चे अच्छे से सीख सकें."
बता दें कि अंदरूनी क्षेत्रों के स्कूल में इस तरह की प्रतियोगिताओं के माध्यम से बच्चों में डेवलपमेंट का प्रयास किया जा रहा है. इस प्रतियोगिता में सैंकड़ों बच्चों ने हिस्सा लिया. इस दौरान बच्चों में खासा उत्साह देखने को मिला.