जगदलपुर: प्रदेश भर में 1 दिसंबर से धान खरीदी शुरू होने वाली है. राज्य शासन ने इस बार खरीदी केंद्रों से लेकर संग्रहण केंद्रों पर कड़ी नजर रख रही है. इस बार धान खरीदी केंद्रो में अवैध धान की खरीदी करने और किसी भी अनियमितता पर सीधे केंद्र प्रभारी और समिति प्रबंधक पर एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया गया है. बस्तर संभाग में 140 समिति के माध्यम से संभाग के 7 जिलों मे कुल 263 धान खरीदी केंद्र बनाये गये हैं.
बस्तर के सीमावार्ती इलाकों में मौजूद धान खरीदी केंद्रों में बिचौलियों द्वारा पिछले साल धान खपाने के अधिकतर मामले सामने आए थे. जिसे लेकर प्रशासन ने खरीदी केंद्रों में तगड़ी सुरक्षा की है. उपार्जन केंद्रों में धांधली की कोई गुंजाईश न रहे इसलिए जिला प्रशासन ने एक निगरानी समिति का गठन किया है जिसमे सभी ब्लॉक के तहसीलदार से लेकर खाद्य और सहकारिता विभाग के अधिकारी शामिल है.
जिला विपणन अधिकारी आरबी सिंह से मिली जानकारी के मुताबिक 1 दिसंबर से धान खरीदी की शुरूआत होनी है और 15 फरवरी तक किसानों के धान खरीदे जाएंगे. इसके लिए प्रशासन ने सारी तैयारियां पूरी कर ली है. हांलाकि अब तक धान का समर्थन मूल्य स्पष्ट नहीं हो सका है. राज्य शासन के अगले आदेश के बाद ही सर्मथन मूल्य तय हो सकेगा.
जिला प्रशासन अलर्ट
अधिकारी ने बताया कि बस्तर संभाग के ऐसे 23 धान खरीदी केंद्र ऐसे है जो सीमार्वती राज्यों से लगे हुए है. ऐसे मे इन केंद्रों में धान की हेराफेरी को रोकने के लिए खास सर्तकर्ता बरती जा रही है. साथ ही अन्य धान खरीदी केंद्रों मे भी कालाबाजारी को रोकने के लिए खास व्यवस्था की गई है.