जगदलपुर: बीजेपी-कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. बस्तर में कभी भाजपा कांग्रेस को घेरने में लगी है तो कभी कांग्रेस भाजपा को उनकी पुरानी करनी गिना रही है. इसी तरह एक बार फिर जगदलपुर के विधायक और पूर्व विधायक आमने-सामने आ गए हैं.
जगदलपुर के पूर्व विधायक संतोष बाफना ने बीते दिनों प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल पर एनएमडीसी के नगरनार स्टील प्लांट के मुख्यालय को बस्तर में लाने का श्रेय लेने का आरोप लगाते हुए बस्तर वासियों से माफी मांगने की बात कही और बताया कि 2015 में तत्कालीन मुख्यमंत्री रमन सिंह ने विधानसभा में ही इसकी घोषणा की थी, लेकिन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा अपनी पीठ थपथपाई जा रही है.
वहीं पूर्व विधायक संतोष बाफना के इस बयान पर वर्तमान विधायक रेखचन्द जैन ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि संतोष बाफना को बस्तर वासियों से माफी मांगनी चाहिए क्योंकि उन्होंने जगदलपुर के ऐतिहासिक जिला अस्पताल को बंद कर डिमरापाल में शिफ्ट करवा दिया, जिससे पूरा शहर परेशान हो रहा है. रेखचन्द की नाराजगी यहीं नहीं रुकी उन्होंने संतोष बाफना को कहा कि उनकी इतनी हैसियत ही नहीं कि वे मुख्यमंत्री पर बयानबाजी करें. हालांकि वर्तमान विधायक ने नगरनार में एनएमडीसी के मुख्यालय को भाजपा के द्वारा बस्तर लाने के बयान पर कुछ नहीं कहा.