जगदलपुर: बस्तर में जगन्नाथपुरी की तर्ज पर मनाए जाने वाले गोंचा पर्व की तैयारी जोरों से चल रही है. पर्व की शुरुआत के पहले भगवान जगन्नाथ का नेत्रोत्सव मनाया गया. इस रस्म के दौरान शहर के जगन्नाथ मंदिर में आरण्यक ब्राह्मण समाज के लोगों ने भगवान जगन्नाथ की विधि-विधान से पूजा अर्चना कर उनका श्रृंगार किया.
जगन्नाथ मंदिर के पुजारी ने बताया कि प्राचीन मान्यता के अनुसार भगवान जगन्नाथ देव चंदनजात्रा के दौरान अत्यधिक स्नान करने के कारण बीमार हो जाते हैं और भक्तों को दर्शन नहीं देते हैं. इसी दौरान भगवान का जड़ी-बूटी आदि से उपचार किया जाता है.
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15 दिनों बाद स्वस्थ होने पर भगवान जगन्नाथ भक्तों को दर्शन देते हैं और भक्त भगवान का श्रृंगार कर विशेष पूजा अर्चना करते हैं, जिसे नेत्रोत्सव कहा जाता है. इसके अगले दिन भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और बहन सुभद्रा रथ में सवार होकर नगर भ्रमण करते हुए अपने मौसी के घर जनकपूरी पंहुचते हैं. नेत्रोत्सव के दूसरे दिन 4 जुलाई को शहर में विशाल रथयात्रा निकाली जाएगी.