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महारानी अस्पताल के नवीनीकरण पर उठे सवाल, पहली बरसात में रिसाव

महारानी अस्पताल के नवीनीकरण के दौरान 7 करोड रुपए खर्च किए गए लेकिन यहां की दिवारों से पानी का रिसाव देखने को मिल रहा है. ऐसे में निर्माणकार्य सवालों के घेरे मे है.

Questions raised on renovation of Maharani Hospital
महारानी अस्पताल के नवीनीकरण पर उठे सवाल
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Published : Jun 15, 2020, 4:23 AM IST

Updated : Jul 25, 2023, 7:57 AM IST

बस्तर: महारानी अस्पताल के नवीनीकरण के बाद उसका लोकार्पण मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किया था. लेकिन अस्पताल भवन निर्माण में भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे हैं. दरअसल भवन पहली बरसात की हल्की बारिश भी नहीं झेल सका और यहां से भ्रष्टाचार का उजागर हो रहा है. दरअसल अस्पताल के नवीनीकरण के दौरान 7 करोड रुपए खर्च किए गए लेकिन यहां की दिवारों से पानी का रिसाव देखने को मिल रहा है. ऐसे में निर्माणकार्य सवालों के घेरे मे है.

Questions raised on renovation of Maharani Hospital
पहली बरसात में रिसाव

एक बरसात भी नही झेल पाई

दरअसल मानसून की पहली बारिश में ही अस्पताल के पैथोलॉजी लैब से पानी का रिसाव हो रहा है. लैब की हालत देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि करोड़ों रुपए खर्च करके निर्माण कार्य में गुणवत्ता का कितना ध्यान रखा गया है. जानकारी के मुताबिक अस्पताल के अन्य कमरों की छत से भी पानी का रिसाव हो रहा है. ऐसे में 7 करोड रुपए की लागत से किए गए इस नवनीकरण के नाम पर मानसून की पहली ही बारिश ने गुणवत्ता की पोल खोल रख दी है.

महारानी अस्पताल के नवीनीकरण पर उठे सवाल

पढ़ें: SPECIAL: कोरोना काल में भिखारियों का दर्द, भीख नहीं मिलने से जिंदगी काटना मुश्किल

विपक्ष ने घेरा

वहीं विपक्ष ने भी गुणवत्ता विहीन कार्य पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाए हैं. भाजपा के नेता संजय पांडे का कहना है कि बेहतर स्वास्थ सुविधा देने के नाम पर राज्य सरकार ने बस्तर की जनता से छलावा किया है. 7 करोड रुपए की लागत से नवीनीकरण के नाम पर सिर्फ ढांचा खड़ा कर दिया है. पहली बारिश में इस घटिया निर्माण कार्य की पोल खुलती दिखाई दे रही है. संजय पांडे ने कहा कि इस गुणवत्ता विहीन कार्य की जांच और कार्रवाई की मांग की है.

बस्तर: महारानी अस्पताल के नवीनीकरण के बाद उसका लोकार्पण मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किया था. लेकिन अस्पताल भवन निर्माण में भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे हैं. दरअसल भवन पहली बरसात की हल्की बारिश भी नहीं झेल सका और यहां से भ्रष्टाचार का उजागर हो रहा है. दरअसल अस्पताल के नवीनीकरण के दौरान 7 करोड रुपए खर्च किए गए लेकिन यहां की दिवारों से पानी का रिसाव देखने को मिल रहा है. ऐसे में निर्माणकार्य सवालों के घेरे मे है.

Questions raised on renovation of Maharani Hospital
पहली बरसात में रिसाव

एक बरसात भी नही झेल पाई

दरअसल मानसून की पहली बारिश में ही अस्पताल के पैथोलॉजी लैब से पानी का रिसाव हो रहा है. लैब की हालत देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि करोड़ों रुपए खर्च करके निर्माण कार्य में गुणवत्ता का कितना ध्यान रखा गया है. जानकारी के मुताबिक अस्पताल के अन्य कमरों की छत से भी पानी का रिसाव हो रहा है. ऐसे में 7 करोड रुपए की लागत से किए गए इस नवनीकरण के नाम पर मानसून की पहली ही बारिश ने गुणवत्ता की पोल खोल रख दी है.

महारानी अस्पताल के नवीनीकरण पर उठे सवाल

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विपक्ष ने घेरा

वहीं विपक्ष ने भी गुणवत्ता विहीन कार्य पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाए हैं. भाजपा के नेता संजय पांडे का कहना है कि बेहतर स्वास्थ सुविधा देने के नाम पर राज्य सरकार ने बस्तर की जनता से छलावा किया है. 7 करोड रुपए की लागत से नवीनीकरण के नाम पर सिर्फ ढांचा खड़ा कर दिया है. पहली बारिश में इस घटिया निर्माण कार्य की पोल खुलती दिखाई दे रही है. संजय पांडे ने कहा कि इस गुणवत्ता विहीन कार्य की जांच और कार्रवाई की मांग की है.

Last Updated : Jul 25, 2023, 7:57 AM IST
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