जगदलपुर: नेशनल हाईवे 30 पर साढ़े 17 लाख रुपए की लूट की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है. पुलिस ने मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. लूट की साजिश रचने वाले कोई और नहीं बल्कि खुद वी.एन.आर सीड्स का मैनेजर शुभम सिंह और गाड़ी का ड्राइवर राजेश सेठिया था.
पुलिस ने बताया कि, 'आरोपी मैनेजर शुभम सिंह ने कोतवाली थाने में प्रार्थी बनकर लूट की रिपोर्ट दर्ज कराई थी, इसके बाद पुलिस ने मैनेजर शुभम सिंह और गाड़ी ड्राइवर राजेश से सख्ती से पूछताछ की, जिसमें दोनों ने अपना जुर्म कबूलते हुए अपने अन्य दो साथियों के साथ साढ़े 17 लाख रुपए की लूट की झूठी साजिश रचने की बात कबूली.
मैनेजर और ड्राइवर ने बैंक से पैसे निकालकर लूट की कहानी रची
पुलिस के मुताबिक मोगरापाल निवासी वी.एन.आर सीड्स कंपनी के मालिक ने दो दिन पहले अपने मैनेजर शुभम सिंह और ड्राइवर राजेश को अपनी गाड़ी देकर मजदूरों को भुगतान करने के लिए जगदलपुर शहर के बैंक ऑफ बड़ौदा से साढ़े 17 लाख रुपए निकालकर लाने को कहा था, जिसके बाद मैनेजर और ड्राइवर ने बैंक से पैसे निकालकर लूट की कहानी रची और कोतवाली थाने में ये झूठी रिपोर्ट दर्ज करवा दी.
ये बताई कहानीआरोपियों ने बताया क, 'नेशनल हाईवे 30 पर आसना चौक के आगे अज्ञात लोग हथियार के दम पर 17 लाख रुपए और गाड़ी की चाबी लेकर फरार हो गए'.
आरोपी खुद पहुंचे थाने
मामले की जांच में जुटी पुलिस ने मोबाइल लोकशन और सीसीटीवी के साथ ही नेशनल हाईवे पर मौजूद दुकानों के संचालकों से पतासाजी की, लेकिन लूट जैसी किसी वारदात की जानकारी नहीं मिली. इसके बाद पुलिस ने मैनेजर और ड्राइवर राजेश से सख्ती से पूछताछ की और आखिरकार दोनों ने लूट की साजिश रचने का जुर्म कबूल लिया.
भाईयों ने दिया वारदात में साथ
शुभम सिंह ने पुलिस को बताया कि, 'इस लूट की साजिश में शुभम के भाई रजत सिंह और ड्राइवर राजेश सेठिया के भाई छबि सेठिया ने उनका साथ दिया और दोनो नें साढ़े 17 लाख रुपए अपने पास रखे थे.
आरोपी हुए गिरफ्तार
आरोपियों ने पैसे की जरूरत होने की वजह से इस वारदात को अंजाम देने का बयान पुलिस को दिया है. फिलहाल पुलिस ने चारों आरोपियों के खिलाफ अपराधिक षड़यंत्र रचने और झूठी रिपोर्ट दर्ज कराने के मामले में रिपोर्ट दर्ज करते हुए गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.