जगदलपुर: छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े तालाब और बस्तर की ऐतिहासिक धरोहर दलपत सागर में सफाई अभियान जोरों पर है. इंद्रावती बचाओ जनमंच ने इस धरोहर की साफ सफाई को लेकर अभियान तेज कर दिया है.इस अभियान से अब धीरे-धीरे लोग भी जुड़ रहे हैं.
इंद्रावती बचाओ मंच ने दलपत सागर तालाब की साफ-सफाई का बीड़ा उठाया है. कुछ लोगों से शुरू हुई इस सफाई अभियान को लोगों का भारी समर्थन मिल रहा है. विडंबना वाली बात यह है कि सफाई अभियान को शुरू हुए 17 दिन बीत चुके हैं लेकिन अब तक जिला प्रशासन, और ना ही किसी जनप्रतिनिधि ने सफाई अभियान को लेकर जागरूकता दिखाई है.
जलकुंभी का शिकार हुआ दलपत सागर
दरअसल दलपत सागर में लगातार भू माफिया का बेजा कब्जा बना हुआ है. अवैध रूप से बंड निर्माण के चलते भी दलपत सागर सिमटते जा रहा है और लगातार जलकुंभी का शिकार हो रहा है. साथ ही सागर पूरी तरह से कचरे में तब्दील होते जा रहा है. बावजूद इसके प्रशासन इस तालाब की साफ-सफाई और अस्तित्व को बचाने को लेकर जागरूक नहीं दिख रहा है.
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NCC और SDRF भी अभियान में शामिल
शुक्रवार को NCC की छात्राओं ने और SDRF की टीम ने दो दिवसीय अभियान चलाया. SDRF की टीम ने अपने संसाधनों से लगभग 5 ट्रक जलकुंभी हटाने का काम किया. वहीं NCC की छात्राओं ने भी इस सफाई अभियान में अपना हाथ बटाया. गौरतलब है कि अब तक 16 ट्रक से ज्यादा जलकुंभी निकाल ली गई है. वहीं प्रशासन और जन प्रतिनिधि इस सफाई अभियान से दूरी बनाए हुए है.