जगदलपुर: बस्तर संभाग के नक्सल प्रभावित इलाकों में 11 नाइट लैंडिंग हेलीपैड का निर्माण पूरा हो गया है. नाइट हेलीपैड बन जाने से धुर नक्सल प्रभावित इलाकों की कनेक्टिविटी मजबूत करने में मदद मिलेगी. यहां नाइट हेलीपैड की मांग कई वर्षों से की जा रही थी. रात में नक्सल ऑपरेशन के तहत परिवहन करने में काफी दिक्कत होती थी. नक्सली मुठभेड़ के समय सुरक्षाबलों के जवानों को रात में ले जाने के लिए हेलीकॉप्टर की नाइट लैंडिंग नहीं हो पाती थी. अब नाइट हेलीपैड बन जाने से सुरक्षाबलों को काफी सहूलियत मिलेगी.
बस्तर में 11 हेलीपैड बनकर तैयार
बस्तर संभाग के अति नक्सल प्रभावित इलाकों में 11 नाइट लैंडिंग हेलीपैड पीडब्ल्यूडी विभाग की तरफ से बनाए गए हैं. इन हेलीपैड के निर्माण में करीब चार करोड़ रुपये की लागत आई है. एक हेलीपैड का काम प्रगति पर है. इसके अलावा तीन और हेलीपैड बनाने के लिए जमीन तलाशी जा रही है. गौरतलब है कि बस्तर संभाग में कुल 18 नाइट लैंडिंग हेलीपैड बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था. हालांकि तीन हेलीपैड के कार्यों को रद्द कर दिया गया है.
नाइट हेलीपैड से सुरक्षाबलों के जवानों को मिलेगी मदद
नक्सल प्रभावित इलाकों में जब सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ होती है तब घायल जवानों को इलाज के लिए ले जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.घायल जवानों को नक्सल प्रभावित इलाकों से निकाल कर अस्पताल पहुंचाने में सुरक्षा बलों को काफी मशक्कत करनी पड़ती है. ऐसे में समय पर घायल जवान अस्पताल नहीं पहुंच पाते हैं और उनकी मौत हो जाती है. ऐसे में नक्सल प्रभावित इलाकों में नाइट लैंडिंग सुविधा वाले हेलीपैड सुरक्षाबलों के जवानों के लिए काफी कारगर साबित होंगे. पुलिस एवं अन्य सुरक्षा बलों के आलावा जिला प्रशासन को अंदरूनी क्षेत्रों में होने वाले काम काजों में भी इन नाइट लैंडिंग हेलीपैड का सीधा फायदा मिलेगा.