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कौन होगा 'दंडकारण्य' में नक्सलियों का नया नेता, तलाश और इन नामों पर चर्चा जारी!

रमन्ना की मौत के बाद बस्तर में अपने संगठन को कमजोर पड़ता देख नक्सली संगठन ऐसे नक्सली को बस्तर की कमान सौंपने की तैयारी में हैं. हमेशा की तरह नक्सली ऐसे लीडर को बस्तर का दायित्व सौंपना चाहते हैं, जो बस्तर का लोकल नहीं होकर तेंलागाना या आंध्रप्रदेश का हो और तेलुगु भाषा का ज्ञानी हो.

कौन होगा नया नेता
कौन होगा नया नेता
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Published : Jan 3, 2020, 2:57 PM IST

Updated : Jul 25, 2023, 7:56 AM IST

जगदलपुर: दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी के सचिव रमन्ना की मौत के बाद अब नक्सली संगठन ने बस्तर में नए लीडर की तलाश शुरू कर दी है. रमन्ना की मौत के बाद बस्तर में अपने संगठन को कमजोर पड़ता देख नक्सली संगठन ऐसे नक्सली को बस्तर की कमान सौंपने की तैयारी में हैं, जो इलाके में सलाना अच्छी उगाही के साथ-साथ बस्तर के लोकल नक्सलियों पर अपना दबाव बनाकर काम करवा सके.

कौन होगा 'दंडकारण्य' में नक्सलियों का नया नेता,

हमेशा की तरह नक्सली ऐसे लीडर को बस्तर का दायित्व सौंपना चाहते हैं, जो बस्तर का लोकल नहीं होकर तेंलागाना या आंध्रप्रदेश का हो और तेलुगु भाषा का ज्ञानी हो. बताया जा रहा है कि बस्तर में नक्सली संगठन के गठन के की शुरूआत से ही नक्सली आंध्रप्रदेश के लीडर्स को बस्तर का दायित्व सौंपते आए हैं. ऐसा करने के पीछे स्थानीय नक्सलियों से अपने इशारे पर काम कराना और बस्तर के कॉन्ट्रेक्टर और तेंदुपत्ता के ठेकेदारों से उगाही को बड़ी वजह माना जाता रहा है.

गणेश उईके का विकल्प खोज रहा संगठन
लंबे समय से नक्सलियों के संगठन से जुड़े लोकल लीडर और सीसी मेंबर गणेश उईके के नाम पर सहमति तो बनी लेकिन पिछले कई महीनों से उसकी तबीयत खराब होने की वजह से अब नए नक्सली लीडर की तलाश नक्सली संगठन कर रहा है. संगठन आंध्रप्रदेश औj तेंलगाना के ही नेता को दायिवत्व सौंपने की तैयारी में है.

नक्सलियों गतिविधियों पर ध्यान रख रही पुलिस
सूत्रों के मुताबिक नक्सल संगठन के तीसरे नंबर के लीडर रामकृष्ण आरके, गणेश उईके, हरिभूषण राव और गुड्सा उसेंडी के नाम पर नक्सली संगठन में चर्चा चल रही है, फिलहाल बस्तर मे पिछले 7 दिंसबर से रमन्ना के मौत के बाद दण्डकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी का पद खाली पड़ा है. नक्सली नए लीडर के चयन में लगे हुए हैं. फिलहाल बस्तर पुलिस नक्सलियों के इस पूरे गतिविधियों पर जानकारी जुटा रही है.

जगदलपुर: दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी के सचिव रमन्ना की मौत के बाद अब नक्सली संगठन ने बस्तर में नए लीडर की तलाश शुरू कर दी है. रमन्ना की मौत के बाद बस्तर में अपने संगठन को कमजोर पड़ता देख नक्सली संगठन ऐसे नक्सली को बस्तर की कमान सौंपने की तैयारी में हैं, जो इलाके में सलाना अच्छी उगाही के साथ-साथ बस्तर के लोकल नक्सलियों पर अपना दबाव बनाकर काम करवा सके.

कौन होगा 'दंडकारण्य' में नक्सलियों का नया नेता,

हमेशा की तरह नक्सली ऐसे लीडर को बस्तर का दायित्व सौंपना चाहते हैं, जो बस्तर का लोकल नहीं होकर तेंलागाना या आंध्रप्रदेश का हो और तेलुगु भाषा का ज्ञानी हो. बताया जा रहा है कि बस्तर में नक्सली संगठन के गठन के की शुरूआत से ही नक्सली आंध्रप्रदेश के लीडर्स को बस्तर का दायित्व सौंपते आए हैं. ऐसा करने के पीछे स्थानीय नक्सलियों से अपने इशारे पर काम कराना और बस्तर के कॉन्ट्रेक्टर और तेंदुपत्ता के ठेकेदारों से उगाही को बड़ी वजह माना जाता रहा है.

गणेश उईके का विकल्प खोज रहा संगठन
लंबे समय से नक्सलियों के संगठन से जुड़े लोकल लीडर और सीसी मेंबर गणेश उईके के नाम पर सहमति तो बनी लेकिन पिछले कई महीनों से उसकी तबीयत खराब होने की वजह से अब नए नक्सली लीडर की तलाश नक्सली संगठन कर रहा है. संगठन आंध्रप्रदेश औj तेंलगाना के ही नेता को दायिवत्व सौंपने की तैयारी में है.

नक्सलियों गतिविधियों पर ध्यान रख रही पुलिस
सूत्रों के मुताबिक नक्सल संगठन के तीसरे नंबर के लीडर रामकृष्ण आरके, गणेश उईके, हरिभूषण राव और गुड्सा उसेंडी के नाम पर नक्सली संगठन में चर्चा चल रही है, फिलहाल बस्तर मे पिछले 7 दिंसबर से रमन्ना के मौत के बाद दण्डकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी का पद खाली पड़ा है. नक्सली नए लीडर के चयन में लगे हुए हैं. फिलहाल बस्तर पुलिस नक्सलियों के इस पूरे गतिविधियों पर जानकारी जुटा रही है.

Intro:जगदलपुर। दण्डकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी के सचिव रमन्ना की  मौत के बाद अब नक्सली संगठन ने बस्तर मे नये लीडर की तलाश शुरू कर दी है, दरअसल रमन्ना के मौत के बाद बस्तर मे अपने संगठन को कमजोर पडते देख नक्सली नेता अब ऐसे नक्सली को बस्तर की कमान सौंपने की तैयारी मे है जो बस्तर मे सालाना पैसों की अच्छी उगाही करने के साथ बस्तर के लोकल नक्सलियो पर अपना दबाव बनाकर काम करवा सकें। लेकिन हमेशा की तरह नक्सली ऐसे लीडर को बस्तर का दायित्व सौंपना चाहते है जो बस्तर का लोकल नही होकर तेंलागाना या आंध्रप्रदेश का हो और तेलुगु भाषा का ज्ञानी हो।




Body:बताया जा रहा है कि बस्तर मे नक्सली संगठन के गठन के साथ ही शुरूआत से ही नक्सली आंध्रप्रदेश के लीडरो को बस्तर का दायित्व सौंपते आये है और इसके पीछे बस्तर के लोकल नक्सलियो को अपने उंगलियो मे काम कराने के साथ ही उनसे बस्तर के कांट्रेक्टर और तेंदुपत्ता के ठेकेदारो से अच्छी खासी उगाही कर एक बडा हिस्सा अपने नक्सली नेता को दे सकें। हांलाकि लंबे समय से नक्सलियो के संगठन मे जुडे बस्तर के लोकल लीडर व सीसी मेंबर गणेश उईके के नाम पर सहमति तो बनी लेकिन पिछले कई महीनो से गणेश उईके के तबियत खराब होने की वजह से अब नये नक्सली लीडर की तलाश नक्सली संगठन कर रहा है।


Conclusion:लेकिन संगठन आंध्रप्रदेश औऱ तेंलगाना के ही नेता को दायिवत्व सौंपने की तैयारी मे है। सुत्रो के मुताबिक नक्सल संगठन के तीसरे नंबर के लीडर रामकृष्ण आरके औऱ गणेश उईके व हरिभूषण राव और गुड्सा उसेण्डी के नाम पर नक्सली संगठन मे चर्चा चल रही है। फिलहाल बस्तर मे पिछले 7 दिंसबर से रमन्ना के मौत के बाद दण्डकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी का पद खाली पडा है। औऱ नक्सली नये लीडर के चयन मे लगे हुए है। फिलहाल बस्तर पुलिस नक्सलियो के इस पूरे गतिविधियों पर जानकारी जुटा रही है।   
   
PTC - ASHOK NAIDU
Last Updated : Jul 25, 2023, 7:56 AM IST
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