जगदलपुर: बस्तर में धान खरीदी सुचारू रूप से चल रही है. खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 में 8 दिसंबर तक जिले के 65 उपार्जन केंद्रों में 65 हजार 558 क्विंटल से ज्यादा की धान खरीदी की गई. इसमें 50 हजार 924 क्विंटल मोटा धान और 15 हजार 584 क्विंटल पतला धान शामिल है. जिले के बकावंड तहसील के करपावंड उपार्जन केंद्र में सबसे ज्यादा धान खरीदी की गई है. यहां अब तक 4,069 क्विंटल धान खरीदी हुई है.
बस्तर में इस साल 1 लाख 25 हजार 600 मीट्रिक टन धान खरीदी का लक्ष्य रखा गया है. कोरोना काल के बावजूद किसान धान बेचने केंद्रों तक पहुंच रहे हैं. कोरोना महामारी को देखते हुए धान खरीदी केंद्रों में पर्याप्त सतर्कता बरती जा रही है. अभी तक बिना किसी बाधा के धान खरीदी सभी केंद्रों में जारी है. बस्तर कलेक्टर ने धान खरीदी के दौरान किसानों को किसी तरह की परेशानी न हो, इसलिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के दिशा-निर्देश दिए गए हैं. साथ ही अधिकारी भी धान खरीदी केंद्रों की सतत निगरानी रख रहे हैं. बस्तर जिले के 52 समितियों के 65 धान उपार्जन केंद्रों में धान खरीदी का कार्य किया जा रहा है. इनमें पंजीकृत 32 हजार 913 किसानों से धान उपार्जन किया जा रहा है.
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बिचौलियों पर रखी जा रही खास नजर
हर साल जिले में धान खरीदी के दौरान सीमावर्ती इलाकों से लगे उपार्जन केंद्रों में बिचौलियों के धान खपाने की शिकायत मिलती रहती है. जिसे ध्यान में रखते हुए इस साल बस्तर कलेक्टर और बस्तर एसपी ने इन उपार्जन केंद्रों के आसपास और सीमावर्ती इलाकों में खास निगरानी बरतने के निर्देश दिए हैं. फिलहाल धान खरीदी शुरू हुए सप्ताह भर बीत चुके हैं. अब तक पूरे जिले में दूसरे राज्य से एक भी धान खपाने का मामला सामने नहीं आया है. प्रदेश में इस साल 257 नए केंद्रों की शुरुआत की गई है. समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी 1 दिसंबर से 31 जनवरी 2021 तक और मक्के की खरीदी 1 दिसंबर से 31 मई 2021 तक करने के निर्देश दिए गए हैं.