बस्तर: बस्तर संभाग के कई इलाकों में रविवार को तेज आंधी तूफान और गरज चमक के साथ जमकर बारिश हुई. जिससे नेशनल हाइवे 63 में दर्जनों पेड़ गिर गए. रोड में पेड़ गिरने से आवागमन बाधित हो गया. छोटी गाड़िया किसी तरह सड़क के किनारे से आगे निकल गई लेकिन बड़ी गाड़ियों की लंबी कतार लग गई.
बस्तर में आंधी तूफान से गिरे पेड़: पिछले कुछ दिनों से बस्तर में बारिश का कहर जारी है. शुक्रवार को हुई आफत की बारिश के बाद रविवार को फिर मूसलाधार बारिश हुई. बारिश इतनी जोरदार थी कि ग्रामीण इलाकों में कई मिट्टी के घरों की छतें उड़ गई. कई बड़े बड़े पेड़ टूटकर गिर गए. नेशनल हाइवे 63 में दर्जनों पेड़ उखड़कर गिर गए. इससे रोड जाम की स्थिति बन गई. बारिश कुछ कम होने के बाद पुलिस प्रशासन के लोग मौके पर पहुंचे और आसपास के ग्रामीणों की मदद से पेड़ों को काटकर सड़क के किनारे किए. जिसके बाद रास्ता खुल सका.
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बस्तरिया बटालियन का बैरक तबाह: दो दिन पहले ही बस्तर में तेज आंधी तूफान की वजह से सेड़वा स्थिति सीआरपीएफ 241 बस्तरिया बटालियन में जवानों के 6 बैरक के छत उड़कर लगभग 150 मीटर दूर तक फेंकाए थे. बैरकों के सीलिंग गिरने से आराम कर रहे कई जवान घायल हो गए थे. जिनका CRPF के ही अस्पताल में इलाज किया गया. बारिश से CRPF को 30 लाख से ज्यादा का नुकसान हुआ है.
बेमौसम बारिश से बर्बाद हुई फसल: बस्तर में मार्च से लगातार रुक रुककर हो रही बारिश से किसान भी काफी परेशान हैं. अब तक किसानों की हजारों एकड़ जमीन में लगी फसल पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी हैं.