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बस्तरः महतारी के लिए संजीवनी है 'महतारी एक्सप्रेस', करीब 6 लाख महिलाओं को मिला सहारा - state news

बस्तर संभाग में जहां संसाधनों और सुविधाओं की कमी है, ऐसे ग्रामीण अंचलों में 102 महतारी एक्सप्रेस वाहन गर्भवती महिलाओं के लिए संजीवनी साबित हो रही है.

महतारी एक्सप्रेस
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Published : Apr 15, 2019, 10:24 AM IST

Updated : Jul 25, 2023, 7:56 AM IST

जगदलपुर: बस्तर संभाग में जहां संसाधनों और सुविधाओं की कमी है, ऐसे ग्रामीण अंचलों में 102 महतारी एक्सप्रेस वाहन गर्भवती महिलाओं के लिए संजीवनी साबित हो रही है. शहर से लेकर गांव तक महतारी और संजीवनी वाहन गर्भवतियों के घर पहुंच कर सेवाएं दे रही हैं.

102 महतारी एक्सप्रेस के इंचार्ज संतोष ने बताया कि 2013 में महतारी एक्सप्रेस योजना की शुरुआत की गई थी, जिसके बाद से बस्तर संभाग के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों और पहुंच विहीन मार्गों में भी महतारी एक्सप्रेस की ओर से गर्भवती महिलाओं को सफलतापूर्वक अस्पताल पहुंचाया जाता है. कई बार गंभीर मामलों में टीम की ओर से वहीं ऑपरेशन का इंतजाम किया जाता है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि 2013 से लेकर अब तक 5 लाख 90 हजार से अधिक गर्भवती महिलाओं को इस सेवा का लाभ मिल चुका है.

मोबाइल नेटवर्क बनता है बाधा
हालांकि कमजोर मोबाइल नेटवर्क की वजह से घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्रो में महतारी एक्सप्रेस समय पर नहीं पहुंच पाती है, लेकिन उन हालातो में भी टीम की कोशिश यही रहती है कि ज्यादा से ज्यादा गर्भवती महिलाओं को इसका लाभ मिल पाए.

गर्भवती महिलाओं के लिए वरदान साबित हुई महतारी एक्सप्रेस
इंचार्ज ने यह भी बताया कि बस्तर संभाग में कुल 74 महतारी एक्सप्रेस वाहन सेवा दे रहे हैं. खास कर बीजापुर, दंतेवाड़ा, सुकमा और नारायणपुर जैसे अति नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में महतारी एक्सप्रेस गर्भवती महिलाओं के लिए वरदान साबित हुई है.

प्रसव कराने की सफलतापूर्वक कोशिश की जाती है
इसके अलावा महतारी एक्सप्रेस के कर्मचारियों ने बताया कि कई बार ऐसे हालात भी देखने को मिलते हैं, जब गर्भवती महिलाओं को अस्पताल तक पहुंचाने की हालत नहीं होती, तो ऐसे समय में ग्रामीणों की मदद से उसी स्थान पर सफलतापूर्वक प्रसव कराने की कोशिश की जाती है और कई बार महिलाओं का सामान्य प्रसव भी कराया गया है.

ठंड और बारिश के मौसम में भी मिले महतारी एक्सप्रेस का लाभ
कर्मचारियों ने कहा कि कई बार नाजुक हालातों पर उनकी पहली प्राथमिकता मां और फिर उसके बच्चे दोनों को बचाना होता है. ठंड और बारिश के मौसम में भी टीम का प्रयास यही रहता है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों तक समय पर पहुंचा जा सके और इस योजना का लाभ बस्तर के ग्रामीण और नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में रहने वाले महिलाओं को मिल सके.

महतारी एक्सप्रेस

जगदलपुर: बस्तर संभाग में जहां संसाधनों और सुविधाओं की कमी है, ऐसे ग्रामीण अंचलों में 102 महतारी एक्सप्रेस वाहन गर्भवती महिलाओं के लिए संजीवनी साबित हो रही है. शहर से लेकर गांव तक महतारी और संजीवनी वाहन गर्भवतियों के घर पहुंच कर सेवाएं दे रही हैं.

102 महतारी एक्सप्रेस के इंचार्ज संतोष ने बताया कि 2013 में महतारी एक्सप्रेस योजना की शुरुआत की गई थी, जिसके बाद से बस्तर संभाग के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों और पहुंच विहीन मार्गों में भी महतारी एक्सप्रेस की ओर से गर्भवती महिलाओं को सफलतापूर्वक अस्पताल पहुंचाया जाता है. कई बार गंभीर मामलों में टीम की ओर से वहीं ऑपरेशन का इंतजाम किया जाता है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि 2013 से लेकर अब तक 5 लाख 90 हजार से अधिक गर्भवती महिलाओं को इस सेवा का लाभ मिल चुका है.

मोबाइल नेटवर्क बनता है बाधा
हालांकि कमजोर मोबाइल नेटवर्क की वजह से घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्रो में महतारी एक्सप्रेस समय पर नहीं पहुंच पाती है, लेकिन उन हालातो में भी टीम की कोशिश यही रहती है कि ज्यादा से ज्यादा गर्भवती महिलाओं को इसका लाभ मिल पाए.

गर्भवती महिलाओं के लिए वरदान साबित हुई महतारी एक्सप्रेस
इंचार्ज ने यह भी बताया कि बस्तर संभाग में कुल 74 महतारी एक्सप्रेस वाहन सेवा दे रहे हैं. खास कर बीजापुर, दंतेवाड़ा, सुकमा और नारायणपुर जैसे अति नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में महतारी एक्सप्रेस गर्भवती महिलाओं के लिए वरदान साबित हुई है.

प्रसव कराने की सफलतापूर्वक कोशिश की जाती है
इसके अलावा महतारी एक्सप्रेस के कर्मचारियों ने बताया कि कई बार ऐसे हालात भी देखने को मिलते हैं, जब गर्भवती महिलाओं को अस्पताल तक पहुंचाने की हालत नहीं होती, तो ऐसे समय में ग्रामीणों की मदद से उसी स्थान पर सफलतापूर्वक प्रसव कराने की कोशिश की जाती है और कई बार महिलाओं का सामान्य प्रसव भी कराया गया है.

ठंड और बारिश के मौसम में भी मिले महतारी एक्सप्रेस का लाभ
कर्मचारियों ने कहा कि कई बार नाजुक हालातों पर उनकी पहली प्राथमिकता मां और फिर उसके बच्चे दोनों को बचाना होता है. ठंड और बारिश के मौसम में भी टीम का प्रयास यही रहता है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों तक समय पर पहुंचा जा सके और इस योजना का लाभ बस्तर के ग्रामीण और नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में रहने वाले महिलाओं को मिल सके.

Intro:जगदलपुर । बस्तर संभाग के उन क्षेत्रों के लिए जहां संसाधनों व सुविधाओं की कमी है ऐसे ग्रामीण अंचलों में 102 महतारी एक्सप्रेस वाहन गर्भवती महिलाओं के लिए संजीवनी साबित हो रही है। शहर से लेकर गांव तक महतारी और संजीवनी वाहन गर्भवतियों को घर पहुंच सेवा दे रही है। बीते 5 सालों में महतारी 102 एक्सप्रेस वाहन से अब तक 5 लाख नब्बे हजार से अधिक गर्भवती महिलाओं व शिशुओं को सुविधा व सेवा प्रदान की गई है।


Body:वो1- 102 महतारी एक्सप्रेस के इंचार्ज संतोष ने जानकारी देते हुए बताया कि सन 2013 में महतारी एक्सप्रेस योजना की शुरुआत की गई थी ।जिसके बाद से बस्तर संभाग के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों और पहुंचविहीन मार्गो में भी महतारी एक्सप्रेस के द्वारा गर्भवती महिलाओं को सफलतापूर्वक अस्पताल पहुँचाया गया और कई बार गंभीर केसेस में टीम द्वारा वही पर ऑपरेशन किया गया । इंचार्ज ने बताया कि बस्तर संभाग में कुल 74 महतारी एक्सप्रेस वाहन अपनी सेवा दे रही है । खास कर बीजापुर, दंतेवाड़ा, सुकमा और नारायणपुर जैसे अति नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में यह महतारी एक्सप्रेस गर्भवती महिलाओं के लिए वरदान साबित हुआ है। संतोष ने जानकारी देते हुए बताया कि सन 2013 से लेकर अब तक 5 लाख 90 हजार से अधिक गर्भवती महिलाओं इस सेवा का लाभ मिल चुका हैं । हालाकिं कमजोर मोबाइल नेटर्वक की वजह से घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्रो में महतारी एक्सप्रेस समय पर नही पहुच पाती है लेकिन उन हालातो में भी टीम की कोशिश यही रहती है कि ज्यादा से ज्यादा गर्भवती महिलाओं को इसका लाभ मिल पाए।

बाईट1- संतोष राव, इंचार्ज महतारी एक्सप्रेस


वो2- इसके अलावा महतारी एक्सप्रेस के कर्मचारियों ने बताया कि कई बार ऐसे हालात भी देखने को मिलते हैं जब गर्भवती महिलाओं को अस्पताल तक पहुचाने की हालात नही होती तो ऐसे समय पर ग्रामीणो की मदद से उसी स्थल पर सफलता पूर्वक प्रसव कराने की कोशिश की जाती है। और कई बार महिलाओं को सामान्य प्रसव भी कराया गया है। कर्मचारियों ने कहा कि कई बार नाजुक हालातो पर उनकी पहली प्राथमिकता माँ और फिर उसके बच्चे दोनों को बचाने का होता है। ग्रामीण ठंड और बारिश के मौसम में भी टीम का प्रयास यही रहता है कि ज्यादा से ज्यादा लोगो तक समय पर पहुँचा जा सके और इस योजना का लाभ बस्तर के ग्रामीण और नक्सल प्रभावित क्षेत्रो में रहने वाले महिलाओं को मिल सके।

बाईट2- संगीता, कर्मचारी महतारी एक्सप्रेस

बाईट3- पिंकी नाग, कर्मचारी महतारी एक्सप्रेस



Conclusion:
Last Updated : Jul 25, 2023, 7:56 AM IST
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