जगदलपुर: नगरनार में निर्माणाधीन NMDC स्टील प्लांट के निजीकरण के विरोध को लेकर अब बस्तर में कांग्रेसी नेताओं के बैठकों का दौर शुरू हो गया है. निजीकरण के विरोध में 22 सितंबर से शुरू होने वाली पदयात्रा की तैयारी भी शुरू कर दी गई है. इस पदयात्रा का प्रारूप तैयार करने लगातार कांग्रेस के बड़े नेता जगदलपुर पहुंचकर तैयारी का जायजा ले रहे हैं. प्रदेश के आबकारी व उद्योग मंत्री कवासी लखमा भी बस्तर पहुंचे हुए हैं और यहां उन्होंने 22 सितंबर से शुरू होने वाली पदयात्रा की तैयारियों का जायजा लिया.
पदयात्रा को कांग्रेस का समर्थन
उद्योग मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि सुकमा जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश कवासी के नेतृत्व में निकाले जा रहे प्लांट के निजीकरण के विरोध में पदयात्रा का कांग्रेस पार्टी पूरा समर्थन कर रही है. ज्यादा से ज्यादा आम लोगों को इस पदयात्रा में शामिल कर NMDC स्टील प्लांट के निजीकरण का पुरजोर विरोध करने की तैयारी की जा रही है. कवासी लखमा ने कहा कि केंद्र सरकार बस्तर वासियों के साथ छलावा कर रही है और इस छलावे में NMDC प्रबंधन भी शामिल है. लखमा ने कहा कि पहले तो NMDC ने स्थानीय लोगों की जमीन नौकरी देने के नाम पर ले ली और निजीकरण नहीं होने देने का भरोसा दिलाया, लेकिन अब मोदी सरकार के दबाव में आकर NMDC प्रबंधन ने भी निजीकरण के लिए हामी भर दी है जो कि सरासर गलत है.
प्लांट के निजीकरण का विरोध
लखमा ने कहा कि राज्य सरकार किसी भी कीमत पर प्लांट का निजीकरण होने नहीं देगी और 21 सितंबर के बाद राजनीतिक पार्टियों को केंद्र सरकार द्वारा दिए जा रहे राजनितिक रैली और प्रदर्शन की अनुमति मिलने के बाद अब लगातार प्लांट के निजीकरण का विरोध कांग्रेस पार्टी करेगी. लखमा ने कहा कि 22 सितंबर से हरीश कवासी के नेतृत्व में सुकमा से 130 किलोमीटर की पदयात्रा निकाली जाएगी. नगरनार में स्थित स्टील प्लांट के निजीकरण के विरोध में पदयात्रा निकाली जा रही है और इस विरोध रैली में भाजपा को छोड़ बस्तर संभाग के सभी विधायक, कांग्रेसी कार्यकर्ता व प्रभावित लोग और बस्तर की आम जनता शामिल होगी.