बस्तर : छत्तीसगढ़ के बस्तर में पीएम नरेंद्र मोदी का दौरा होने वाला है.इससे पहले नरेंद्र मोदी तीन बार प्रदेश का दौरा कर चुके हैं. जहां पीएम मोदी ने बड़ी जनसभा को संबोधित किया है. ऐसे में बस्तर में पीएम मोदी का दौरा फिर होने वाला है. इस दौरे को लेकर जहां बीजेपी उत्साहित दिख रही है,वहीं कांग्रेस को इसमें कुछ भी नया नहीं दिख रहा है. कांग्रेस के मुताबिक पीएम मोदी सिर्फ जुमलेबाजी करके चले जाएंगे.लेकिन राजनीतिक के जानकारों के वर्ग का कहना है कि पीएम मोदी की सभा सोच समझकर बस्तर में रखी गई है.
बस्तर में पीएम मोदी की सभा क्यों : छत्तीसगढ़ की सियासत के दरवाजे का रास्ता बस्तर से होकर जाता है. ऐसा माना जाता है कि बस्तर साधने वाली पार्टी ही सत्ता में काबिज होती है. पिछले चुनाव में बस्तर की 12 में से 11 सीटें कांग्रेस की झोली में गिरी थी.बाद में दंतेवाड़ा में हुए उपचुनाव में बीजेपी की बची सीट भी हाथ से चली गई.ऐसे में बस्तर का असर प्रदेश की राजनीति में देखने को मिलता है. मौजूदा समय में बीजेपी का जनाधार बस्तर में डगमगाया हुआ है.रमन सिंह का चेहरा पिछले चुनाव में जनता नाकार चुकी है.ऐसे में बीजेपी के पास पीएम मोदी से बड़ा चेहरा फिलहाल नहीं है.लिहाजा पीएम मोदी बस्तर में आकर एक बड़ी सभा करेंगे.ताकि कार्यकर्ताओं को एकजुट करके चुनाव में जीत हासिल की जा सके.
क्या है राजनीति के जानकारों का कहना : पीएम मोदी के बस्तर दौरे को लेकर राजनीति की गहराई जानने वालों का अलग-अलग मत है. वरिष्ठ पत्रकार संजीव पचौरी के मुताबिक भारत में पीएम मोदी किसी आइकॉन से कम नहीं हैं. उनकी बातें हर वर्ग को आकर्षित करती हैं.लेकिन बस्तर की जनता को राष्ट्रीय राजनीति से कोई सरोकार नहीं है.ऐसे में पीएम मोदी का भाषण किस विषय पर होगा.ये बहुत ज्यादा मायने रखेगा.क्योंकि यदि भाषण राष्ट्रीय स्तर का हुआ तो वो बेअसर होगा.वहीं राजनीतिक के जानकार सुधीर जैन के मुताबिक यदि प्रधानमंत्री का चुनावी दौरा होता है तो बीजेपी ज्यादा मजबूत होगी.
'' इस समय बस्तर संभाग के 12 विधानसभा की सीटें कांग्रेस के पास है. इस कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे में काफी प्रभाव पड़ेगा. इस चुनाव में बस्तर से 4-5 सीटें भाजपा को मिल सकती हैं.'' सुधीर जैन, वरिष्ठ पत्रकार
वहीं वरिष्ठ पत्रकार श्रीनिवास रथ का के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अच्छा चेहरा भारतीय जनता पार्टी के पास नहीं है. एक तरफ ये कहें कि भारतीय जनता पार्टी आज के परिस्थितियों में नरेंद्र मोदी पर ही आश्रित हैं.
'' व्यक्ति नरेंद मोदी के नाम पर ही भारतीय जनता पार्टी को चुनना चाहता है. तो प्रधानमंत्री के बस्तर दौरे का यह मुख्य कारण हो सकता है. मोदी का यह दौरा बस्तर में जरूर प्रभाव डालेगी.'' श्रीनिवास रथ, वरिष्ठ पत्रकार
पीएम मोदी के दौरे से पहले सियासत : वहीं पीएम नरेंद्र मोदी के दौरे को लेकर बीजेपी ने विरोधियों पर हमला बोला है. बीजेपी के वरिष्ठ नेता संजय पाण्डेय के मुताबिक केजरीवाल और प्रियंका गांधी के बस्तर में आने से कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. क्योंकि यह नेगिटीविटी की राजनीति कर रहे हैं.केजरीवाल के आने से कांग्रेस को जो इंडिया अलाइंस बना है उनको सोचने की जरूरत है. कांग्रेस भरोसे का सम्मेलन कर रही है. क्योंकि उन्होंने भरोसा खो दिया है.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जन जन के नेता हैं. जन जन के लोग उन्हें पसंद करते हैं. बस्तर की सभा में उन्हें सुनने भीड़ उमड़ेगी.
'' प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कारण भारत का सम्मान पूरे विश्व में बढ़ा है. यही कारण है कि बस्तर में सभा के दिन पंडाल पूरी तरह से भर जाएगा. मोदी के आने से संभाग में भारतीय जनता पार्टी का जनाधार बढ़ेगा. बस्तर की 12 विधानसभा सीट को जीतने के प्रयास में सफलता मिलेगी.'' संजय पाण्डेय,बीजेपी नेता
कांग्रेस का मोदी के दौरे पर हमला : वहीं कांग्रेस ने बीजेपी के दावों पर पलटवार करते हुए कहा है कि पिछली बार भी पीएम मोदी बस्तर आए थे. बीजेपी में पार्टी का सूपड़ा साफ हो गया.इस बार भी वही परिस्तिथियां बनेगी. क्योंकि पिछले 5 सालों में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जो काम किया है.उसे देखकर ही जनता भरोसा जता रही है.
''बस मोदी 3 अक्टूबर को आएंगे. चुनावी जुमला फेकेंगे और फिर चले जायेंगे. बस्तरवासी समझ चुके हैं कि नरेंद्र मोदी जुमला जीवी हैं. प्रचार जीवी हैं. देश में सशक्त प्रधानमंत्री के तौर पर उनकी भूमिका अभी तक नहीं बनी है.'' सुशील मौर्य, कांग्रेस नेता
आपको बता दें कि पिछली बार बीजेपी ने अपना चुनावी शंखनाद पीएम मोदी की सभा से ही किया था.ये सभा बस्तर में थी.उस दौरान ये दावा किया गया था कि केंद्र और प्रदेश सरकार की योजनाओं के बूते बीजेपी सत्ता में वापसी करेगी.लेकिन जब नतीजे आए तो बीजेपी बुरी तरह पराजित हो चुकी थी.ऐसे में अब पीएम मोदी का एक बार फिर बस्तर में दौरा होने जा रहा है.ये दौरा इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि पिछली बार मोदी के दौरे के बाद भी बस्तर में नतीजे अच्छे नहीं थे.इसलिए बीजेपी चाहेगी कि प्रधानमंत्री के दौरे के बाद वो आने वाले चुनाव में बस्तर में अच्छा प्रदर्शन करके विरोधियों को जवाब दे सके.