बस्तर : छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए तारीखों के ऐलान हो गया है. 7 नम्बर को बस्तर संभाग में पहले चरण पर मतदान होंगे. नक्सल प्रभावित क्षेत्र होने के कारण बस्तर में मतदान का काम काफी चुनौतीभरा होता है. लेकिन इस मुश्किल काम को आसान बनाने के लिए सुरक्षा बलों ने अपनी कमर कस ली है.
पुलिस कैंप से बढ़ी सुरक्षा : साल 2018 के विधानसभा चुनाव की तुलना में 2023 में अंदरूनी और नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में 38 से अधिक नवीन सुरक्षा कैंप तैयार किए गए हैं. जिसके कारण अंदरूनी इलाकों में चुनाव संपन्न कराने में काफी मदद मिलेगी. इसके अलावा कई अंदरूनी इलाकों में सड़क बन जाने से सुरक्षा बलों को समय में पहुंचने और पेट्रोलिंग करने में भी काफी मदद मिल रही है.
अंदरूनी इलाकों में हेलीकॉप्टर से पहुंचेगा मतदान दल : सुरक्षा के लिहाज से अंदरूनी इलाकों में मतदान दल को इस बार हेलीकॉप्टर से भेजने की तैयारी की गई है. बस्तर आईजी सुंदरराज पी. ने बताया कि बस्तर संभाग के जिलों में चार ऐसे मतदान केंद्र हैं. जहां हेलीकॉप्टर के माध्यम से मतदान कर्मियों और ईवीएम को पहुंचाया जाएगा. सुरक्षा की दृष्टि से इन इलाकों की जानकारी साझा नहीं की गई है.
'' इस बार बस्तर में महिला कमांडर भी चुनाव ड्यूटी में तैनात रहेंगे. साथ ही चुनाव आयोग की तरफ से अतिरिक्त फोर्स की मदद ली जाएगी.''- सुंदरराज पी, आईजी बस्तर
कई जगहों पर सड़क मार्ग से जाएगा मतदान दल : आगामी विधानसभा चुनाव में कई क्षेत्रों में पुलिस कैंप बनने के कारण सुरक्षा बढ़ी है.लिहाजा इन इलाकों में अब एयरलिफ्ट के बजाए सड़क मार्ग से मतदान सामग्री और दलों को भेजा जाएगा.आपको बता दें कि नक्सल प्रभावित इलाकों में विधानसभा चुनाव करवाना काफी चुनौती पूर्ण माना जाता है.यही वजह है कि बस्तर संभाग में कड़ी सुरक्षा के बीच पहले चरण के मतदान कराए जाते हैं.