बस्तर : नगर निगम जगदलपुर का गीदम रोड परपा कांजी हाउस हमेशा विवादों में रहता है. एक बार फिर इस कांजी हाउस के खिलाफ आवाज बुलंद हुई है. इस बार कांजी हाउस में हुए मवेशियों की मौत को लेकर मामला गरमाया है. सक्षम संस्था के पदाधिकारियों ने इस मामले में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है.जिसे लेकर संस्था के पदाधिकारियों ने निगम कार्यालय का घेराव कर दिया.
कांजी हाउस में मवेशियों की हत्या करने का आरोप : सक्षम संस्था के महामंत्री कुणाल चालीसगांवकर के मुताबिक परपा के कांजी हाउस में भारी अनियमितता देखने को मिल रही है. कांजी हाउस में मवेशियों की हत्या करके उन्हें वहीं दफना दिया गया है. लेकिन दोषियों के ऊपर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. जिसको लेकर सक्षम संस्था के द्वारा बीते 3 दिनों से भूख हड़ताल किया जा रहा है.इसी कड़ी में नगर निगम कार्यालय का घेराव भी किया गया है.
''बीते 3 दिनों से प्रशासन और निगम का कोई भी जिम्मेदार कांजी हाउस पहुंचकर बातों को सुन नहीं रहा है. इस हत्या के मामले में कहीं न कहीं निगम भी संलिप्त है. जिन्होंने बिना पोस्टमार्टम के जेसीबी के माध्यम से मवेशियों को गड्ढा खोदकर दफना दिया.'' कुणाल चालीसगांवकर, महामंत्री, सक्षम संस्था
जांच के बाद कार्रवाई का भरोसा : इस पूरे मामले में नगर निगम आयुक्त हरेश मंडावी ने कहा कि सक्षम संस्था ने भूख हड़ताल करने की जानकारी नहीं दी थी. जिसकी जानकारी आज ही पता लगी है. उनकी शिकायत के अनुसार इस मामले पर जांच करवाया जाएगा.
''जांच के बाद संचालक जिसके साथ निगम का एग्रीमेंट है. उसे नोटिस भेजा गया है. जिसका जवाब एक दिन पहले ही आया है. उसकी जांच कर नियुक्ति पद्धति की जानकारी ली जाएगी. इसके बाद हटाने या अन्य संबंधी कार्रवाई की जाएगी.'' हरेश मंडावी, निगम आयुक्त
क्या है मामला ? : परपा के कांजी हाउस में 2 मवेशियों की अज्ञात कारणों से मौत हो गई थी. इसके बाद संचालक ने इसकी जानकारी नगर निगम को दी. लेकिन नगर निगम ना ही जांच करवाई और ना ही पशु विभाग को जानकारी दी.साथ ही साथ कांजी हाउस के पास जेसीबी बुलवाकर गड्ढा करवाने के बाद मवेशियों को दफना दिया.अब सामाजिक संस्था बिना पोस्टमार्टम के मवेशियों को दफनाने का विरोध कर रही है.